सरकार पर ही निर्भर नहीं रहेंगे स्कूल, विद्यांजलि 2.0 पोर्टल पर स्कूलों को कराना होगा पंजीयन
समस्त राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूल अपनी जरूरतों के लिए अब सिर्फ सरकार पर ही निर्भर नहीं रहेंगे। सरकारी व अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षक, सामग्री, उपकरण जैसी अन्य आवश्यकताएं निजी क्षेत्र से भी पूरी की जा सकती है। इसके लिए स्कूलों को 31 अगस्त तक विद्यांजलि पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा।
सरकार शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रयासरत है। राजकीय व सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों की सूरत को बदलने के लिए विद्यांजलि कायाकल्प पोर्टल की मदद से गोद लिया जा सकेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय, स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने विद्यांजलि 2.0 योजना शुरू की है।
इस योजना का उद्देश्य राजकीय व अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों का ज्ञान व कौशल बढ़ाने के लिए उनकी जरूरतें जैसे उपकरण, सामग्री सहित अन्य संसाधन पूरा किया जाना है। उद्यमियों, स्वयं सेवी संस्थाओं, विद्यालय के पूर्व छात्र व उनका परिवार, राजपत्रित अधिकारी व जनप्रतिनिधि आदि स्कूलों को गोद ले सकेंगे।
No comments:
Write comments