उसी पद पर नई तैनाती के खिलाफ कोर्ट जाएंगे सरप्लस राजकीय माध्यमिक शिक्षक
प्रयागराज : राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुपात में शिक्षकों का निर्धारण सरप्लस शिक्षकों की गणना, समायोजन के लिए विद्यालयों में विषयवार रिक्त पदों की सूची के बाद अब आफलाइन तबादले में अधिक आवेदन होने के बावजूद सिर्फ 122 के स्थानांतरण और उसमें भी गड़बड़ी के खिलाफ शिक्षक मुखर होने लगे हैं। सरप्लस घोषित करने के बाद उसी विद्यालय में उसी विषय पर नए शिक्षक की तैनाती ने प्रभावित शिक्षकों के आक्रोश को और भड़का दिया है। नौ शिक्षकों ने सरप्लस योजना के खिलाफ सामूहिक रूप से याचिका लगाने की तैयारी कर ली है।
राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए शिक्षकों के समायोजन की व्यवस्था विभाग ने बनाई है। इसके लिए छात्र संख्या के आधार पर सरप्लस शिक्षकों की सूची तैयार की गई है। इन सरप्लस शिक्षकों के समायोजन के लिए विद्यालयों में विषयवार पांच हजार से अधिक रिक्त पदों की सूची जारी की गई है। इसमें महिला संवर्ग में 2800 से ज्यादा तो पुरुष संवर्ग में 2200 से ज्यादा पद हैं।
इन रिक्त पदों के सापेक्ष शिक्षकों से विकल्प भरवाने के निर्देश प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) केके गुप्ता ने दिए हैं। इधर, कुछ सरप्लस शिक्षकों की ओर से याचिका लगाने की पत्रावली पूरी कर ली गई है। इसमें वह शिक्षक भी शामिल हैं, जिन्हें सरप्लस दर्शाकर उनके स्थान (विषय) पर दूसरे जनपदों से आफलाइन स्थानांतरण कर पदस्थापन किया गया है।
राजकीय माध्यमिक शिक्षक संघ (पाण्डेय गुट) के प्रांतीय महामंत्री रामेश्वर प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि जल्द ही याचिका दाखिल कर दी जाएगी। उधर, शिक्षक संघ के भड़ाना गुट के प्रांतीय महामंत्री डा. रविभूषण ने कहा है कि प्रदेश के कई जिलों में विद्यालयों के एकल शिक्षकों ने सरप्लस घोषित किए जाने का विरोध करते हुए प्रत्यावेदन देकर सरप्लस की सूची से नाम हटाए जाने की मांग की है।
No comments:
Write comments