बीएसए और बीजेपी जिलाध्यक्ष के मध्य विवाद की जांच करेंगे सीडीओ, अभद्रता और जान से मारने का लगाया था आरोप
बुलंदशहर। बीएसए और भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिसौदिया के बीच हुए विवाद की जांच सीडीओ को सौंपी गई है। बीएसए के तहरीर पर अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
बीएसए बीके शर्मा ने भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिसौदिया पर घर में घुसकर अभद्रता करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। बीएसए बीके शर्मा का कहना है कि शिकायत को 24 घंटे बीत चुके हैं लेकिन अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है। शासन स्तर पर भी विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है। उच्चाधिकारियों ने हर संभव मदद का 'आश्वासन दिया है।
बीईओ ने बताया पात्र, स्कूल ने बताया अपात्र शिव कालोनी निवासी जिस छात्रा के दाखिले को लेकर विवाद हुआ है, स्कूल प्रबंधन ने उसे अपात्र बताते हुए प्रवेश देने से मना कर दिया था स्कूल प्रबंधन का कहना है कि छात्रा के पिता का शहर में एक बड़ा मकान और पेट का कारोबार है।
ऐसे में आरटीई के तहत प्रवेश पाने के लिए छात्रा अपात्र है। वहीं, स्कूल के पत्र पर बीईओ ने जांच की तो पाया कि छात्रा प्रवेश के लिए पात्र है।
जांच के आदेश मिले हैं। शुक्रवार को अवकाश के कारण जांच नहीं हो सकी है। शनिवार को बीएसए को बुलाकर पूछताछ की जाएगी, इसके बाद दूसरे पक्ष का भी जवाब लिया जाएगा अभिषेक पांडेय, सीडीओ
पूरे प्रकरण की जांच सीडीओ कर रहे हैं। उनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। श्लोक कुमार, एसएसपी
बीएसए बुलंदशहर का आरोप, भाजपा जिलाध्यक्ष ने घर में घुसकर की अभद्रता
बुलंदशहर। भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिसौदिया एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार बीएसए ने उन पर घर में घुसकर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। उन्होंने डीएम-एसएसपी के साथ शासन स्तर के अधिकारियों को शिकायत भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
बीएसए बीके शर्मा ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 11:50 बजे भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिसौदिया 8-10 लोगों के साथ उनके घर पहुंचे और अभद्रता शुरू कर दी। कहा कि मेेरा फोन क्यों नहीं उठाते। उन्होंने कई दिनों से तबीयत खराब होने का हवाल दिया तो सिसौदिया ने कहा कि दो मिनट में तबीयत ठीक कर दूंगा।
जिलाध्यक्ष के साथ आए लोगों ने आरटीआई के तहत दिए जवाब दिखाते हुए कहा कि निजी स्कूलों में शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत दाखिले नहीं हो रहे हैं। उन्होंने दाखिले कराने के प्रयास करने की बात कही तो जिलाध्यक्ष आगबबूला हो गए। जबरन दाखिला कराने का दबाव बनाया। उनके साथ आए लोगों ने भी गाली-गलौज की।
बीएसए ने कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष ने पत्नी और बेटी के सामने उनसे अभद्रता की। घटना के बाद से परिवार में दहशत का माहौल है। उन्होंने डीएम को शिकायत भेजकर कार्रवाई की मांग की है। मुख्यमंत्री के निजी सचिव, बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव, स्कूली शिक्षा के महानिदेशक, एसएसपी, मुख्य विकास अधिकारी को भी शिकायत भेजी है।
No comments:
Write comments