सीयूईटी में नहीं हुए सफल तो आगे की राह कठिन, सीयूईटी के आयोजन पर छात्रों ने उठाए सवाल गिनाईं खामियां
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही प्रवेश परीक्षा में लगातार हो रहीं गड़बड़ियों से छात्र परेशान हैं। प्रवेश परीक्षा में देरी से उनके लिए आगे की राहत कठिन होने जा रही है। छात्र चाहते हैं कि पूर्व की भांति विश्वविद्यालय अपने स्तर से प्रवेश परीक्षा कराएं।
सीयूईटी के दूसरे चरण की परीक्षाएं छह, सात एवं 10 अगस्त को प्रस्तावित थीं, जो अब क्रमशः 14, 22 एवं 23 अगस्त को होंगी। इससे पूर्व पहले चरण की प्रवेश सकता परीक्षाओं में छात्रों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई बार तो प्रवेश परीक्षा से 12 घंटे पहले प्रवेश पत्र जारी किए गए तो अभ्यर्थियों को पता चला कि परीक्षा केंद्र उनके घर से पांच-छह सौ किलोमीटर की दूरी पर है।
स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिय (एसएफआई) के प्रदेश अध्यक्ष सुयश मौर्य और सचिव विवेक विक्रम का कहना है कि सीयूईटी की जो हालत है कि उससे स्पष्ट है कि अक्तूबर से पहले नया सत्र शुरू नहीं हो सकेगा। जो अभ्यर्थी कम अंकों के कारण क्वालीफाई कर पाएंगे, उनके लिए सीयूईटी से बाहर अन्य विश्वविद्यालयों में भी दाखिला मुश्किल होगा, क्योंकि तब अन्य विश्वविद्यालयों की सीटें भर चुकी होंगी।
ऐसी परिस्थिति में छात्रों का अकादमिक वर्ष बेकार भी जा है । इलाहाबाद विश्वविद्यालय ( इविवि ) का ही उदाहरण लें तो यहां विश्वविद्यालय के स्तर से पीजी की प्रवेश परीक्षा पूरी कराई जा चुकी है और अगले हफ्ते रिजल्ट भी आने वाला है, जबकि सीयूईटी में अनियमितता के कारण इविवि में स्नातक में प्रवेश की प्रक्रिया फंसी हुई है।
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