देश के 29 फीसदी स्कूली छात्रों में एकाग्रता की कमी, एक तिहाई छात्रों को सवाल पूछने में दिक्कत
नई दिल्ली : देश के 29 स्कूली छात्रों में एकाग्रता का अभाव है। 33 छात्र दबाव में रहते हैं। 81 छात्रों ने बताया पढ़ाई, परीक्षा और परिणाम चिंता का कारण हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद के मानसिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण में यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। छात्रों की मानसिक स्थिति, पढ़ाई की वजह से उन पर दबाव और बदलावों का अध्ययन करने के लिए यह सर्वे किया गया था।
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, 51 प्रतिशत स्कूली छात्रों ने बताया उन्हें ऑनलाइन सामग्री सीखने में दिक्कत होती है जबकि 28 प्रतिशत से अधिक छात्र प्रश्न पूछने में झिझकते हैं। करीब 43 प्रतिशत छात्रों ने माना कि उनका मिजाज बदलता रहता है। वे कभी संतुष्ट दिखते हैं तो कभी चिंता उन्हें परेशान करने लगती है। कुल उत्तरदाताओं में से कम से कम 43 प्रतिशत ने माना कि उन्हें बदलाव पसंद है।
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