बेसिक स्कूलों को पूंजीपतियों को देने की योजना बना रही यूपी सरकार, अखिलेश यादव ने लगाया आरोप, मिशन कायाकल्प पर भी उठाए सवाल
कहा- जर्जर भवनों में चल रहे स्कूल, बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद भी रिक्त
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। मिशन कायाकल्प के नाम पर करोड़ों रुपये फूंकने के बाद भी सरकारी स्कूलों की दशा नहीं सुधरी। कई स्कूल जर्जर भवनों में चल रहें हैं और शिक्षकों के बड़ी संख्या में पद भी रिक्त हैं। मुख्यमंत्री सिर्फ वादों के सहारे अपने दिन बिता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार स्कूली बच्चों के हित में कोई व्यवस्था करने में पूरी तरह नाकाम रही है। बच्चों को यूनिफॉर्म और जूता मोजा मुहैया करने में लापरवाही बरती गई। अब तक सभी स्कूलों में किताबें भी नहीं बंट पाई हैं। बच्चों के खेलने के लिए मैदान नहीं है। अधिकारियों की मनमानी व अव्यवस्था से अभिभावक बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजने से कतराते हैं। यही वजह है कि स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या यूपी में बढ़ती ही जा रही है।
उन्होंने कहा कि कई स्कूलों में पढ़ाई से ज्यादा मेहनत बच्चों को बाहर से पानी लाने में करनी पड़ रही है। ज्यादातर विद्यालयों में शौचालय न होने से छात्राओं को परेशानी होती है। भाजपा सरकार की शिक्षा सहित विकास के किसी काम में कोई रुचि नहीं है। अपने पिछले पांच साल में सरकार ने जनहित का कोई काम नहीं किया। अब प्रदेश के 11 हजार प्राथमिक विद्यालयों को भी पीपीपी मॉडल पर अपने चहेते पूंजीपतियों को देने की योजना बना रही। ऐसे में अहम सवाल यह है कि गरीब बच्चे कहां पढ़ेंगे?
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। मिशन कायाकल्प के नाम पर करोड़ों, अरबों रुपए फूंकने के बाद भी सरकारी स्कूलों के हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है। उन्होनें कहा कि भाजपा सरकार अब उत्तर प्रदेश के 11 हजार प्राथमिक विद्यालयों को भी पीपीपी मॉडल पर अपने चहेते पूंजीपतियों को देने की योजना बना रही है, जिससे रहा-सहा सरकारी नियंत्रण भी नहीं रहेगा।
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को राज्य में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार परिषदीय स्कूलों में बच्चों के हित में कोई भी व्यवस्था करने में नाकाम रही है। बच्चों को यूनीफार्म, जूता-मोजे मुहैया करने में बहुत लापरवाही बरती गई। अभी तक सभी स्कूलों में बच्चों को किताबें नहीं बंट पाई है। लाखों बच्चे बिना किताब पढ़ाई करने को मजबूर हैं। बच्चों के खेलकूद के लिए मैदान नहीं है। स्कूल की साफ-सफाई खुद बच्चों को ही करनी पड़ती है।
भाजपा राज में शिक्षा क्षेत्र में घोर अव्यवस्था और अधिकारियों की मनमानी के चलते परिषदीय स्कूलों से बच्चों और अभिभावकों का मोहभंग हो चला है। शिक्षा की खराब गुणवत्ता और मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण अकेले नोएडा में 38 प्रतिशत बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया। स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या उत्तर प्रदेश में बढ़ती ही जा रही है। शिक्षक समय से स्कूल नहीं आते हैं। बहुत से शिक्षक नाम मात्र के शिक्षक बने हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। मिशन कायाकल्प के नाम पर करोड़ों, अरबों रुपए फूंकने के बाद भी सरकारी स्कूलों के हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अब उत्तर प्रदेश के 11 हजार प्राथमिक विद्यालयों को भी पीपीपी मॉडल पर अपने चहेते पूंजीपतियों को देने की योजना बना रही है, जिससे रहा-सहा सरकारी नियंत्रण भी नहीं रहेगा।
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को राज्य में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार परिषदीय स्कूलों में बच्चों के हित में कोई भी व्यवस्था करने में नाकाम रही है।
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