शिक्षकों ने लिखा सीएम योगी को पत्र, शिक्षक को केवल सम्मान चाहिए, देखें पत्र
लखनऊ । शिक्षकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख कर कहा है कि शिक्षक को पुरस्कार नहीं, सम्मान चाहिए। शिक्षकों को अर्जित अवकाश नहीं मिलता, लिहाजा यदि उसे अपना विवाह भी करना है तो वह मेडिकल अवकाश लेकर ही कर सकता है। वहीं शिक्षकों को बैठकों में दरी पर बैठना पड़ता है।
विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि कई ब्लॉकों में शिक्षक अब भी बैठक के समय जमीन पर बैठते हैं, क्या अन्य कहीं पर भी जमीन पर बैठक होती है? लखनऊ के ब्लॉक माल में 27 अगस्त को हुई बैठक में शिक्षक दरी पर बैठे थे जबकि अधिकारी और एनजीओ के कार्यकर्ता कुर्सी पर बैठे थे। यह शिक्षकों का अपमान है। किताबें अभी तक स्कूलों में पहुंची नहीं लेकिन निपुण भारत में स्कूल के न आने का ठीकरा शिक्षकों पर फोड़ा जाएगा। उन्होंने शिक्षकों को अर्जित अवकाश दिए जाने की मांग की है।
आगे लिखा है कि एक शिक्षक को एमडीएम बनवाने के लिए एक बारात के बराबर इंतजाम करना पड़ता है। फल, ताजा सब्जी या दूध सुबह सात बजे के बाद ही मिलता है, ऐसे में शिक्षक किस समय इसका इंतजाम करे, इसकी जानकारी भी सरकार दे।
शिक्षक को पुरस्कार नहीं सम्मान चाहिए! शिक्षक दिवस पर बेसिक शिक्षकों की समस्याओं को लेकर विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने सीएम योगी को पत्र के जरिए की नीतियों में परिवर्तन की मांग।
No comments:
Write comments