शिक्षा विभाग के बाबुओं के तबादलों में मिलीं और गड़बड़ियां
फिर से सूची संशोधित करने के लिए शासन को भेजा प्रस्ताव
दो सेवानिवृत अधिकारियों पर अनुशासनिक कार्रवाई की संस्तुति
लखनऊ। बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के समूह 'ग' कर्मियों के तबादलों में हुई गड़बड़ियों की दूसरी लिस्ट भी तैयार हो गई है। लेकिन, दोबारा की गई समीक्षा में भी 30 से अधिक तबादले गड़बड़ मिले हैं। अब इन तबादलों को संशोधित करके इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। वहां से अनुमोदन मिलने के बाद दूसरी संशोधित सूची भी जारी कर दी जाएगी।
इधर इस मामले में तत्कालीन अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) ललिता प्रदीप व तत्कालीन सहायक शिक्षा निदेशक ( सेवाएं - 2 ), उप्र. प्रयागराज को प्रथम दृष्टया दोषी पाया है। अब इनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई करने के लिए विशेष सचिव, बेसिक शिक्षा अवधेश कुमार तिवारी को पदेन जांच अधिकारी नामित किया है।
अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) अनिल भूषण चतुर्वेदी के अनुसार तबादलों में त्रुटियों की पहली संशोधित सूची 130 कर्मचारियों की संशोधित जारी की गई थी। इसके बाद कर्मचारियों की आपत्ति व विरोध के बाद विभाग ने फिर से समीक्षा की। साथ ही 30 से अधिक गड़बड़ियां फिर से निकलने के बाद उन्हें संशोधित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वहां से अनुमोदन मिलते हुए संशोधित आदेश जारी कर दिया जाएगा।
उधर, यूपी एजुकेशनल मिनिस्टीरियल ऑफीसर्स एसो. के महामंत्री राजेश चंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि विभाग टुकड़ों में विरोध के बाद ही गड़बड़ियां क्यों निकाल रहा है। उन्होंने मांग की है कि सभी तबादलों की एक बार स्क्रूटनी कर ली जाए।
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