मदरसों में दीनी तालीम का रहेगा बस एक ही मास्टर, बाकी पढ़ाएंगे अन्य विषय, ड्राफ्ट तैयार कर रही सरकार
गणित, विज्ञान, अंग्रेजी जैसे विषय विशेषज्ञ पढ़ाएंगे
लखनऊ : मदरसों के छात्रों को शिक्षा की मुख्य धारा में लाने के लिए प्रदेश सरकार अहम कदम उठाने जा रही है। इसके तहत मदरसों में दीनी तालीम का बस एक ही मास्टर रहेगा। बाकी हिंदी. गणित, विज्ञान, अंग्रेजी आदि विषय के लिए विशेषज्ञ रखे जाएंगे। इससे छात्रों को आधुनिक शिक्षा मिलेगी। इस बाबत सरकार ड्राफ्ट तैयार कर रही है।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह के मुताबिक मदरसों के बच्चे भी डॉक्टर, इंजीनियर आदि बन सकें, इस पर सरकार का फोकस है। इसी के मद्देनजर मदरसों में सभी महत्वपूर्ण विषयों की पढ़ाई होगी। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा यह कतई नहीं है कि ये बच्चे अरबी, फारसी, उर्दू न पढ़ें लेकिन यह जरूरी है कि उनके साथ ऐसे विषय भी पढ़ें जिनमें वे अपना कॅरिअर बना सकें।
चल रहा है सर्वे
पूरे प्रदेश में कुल 16500 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं। इनमें 558 अनुदानित और 7,442 आधुनिक मदरसे हैं। इन सभी में 19 लाख से ज्यादा बच्चे हैं। अनुदानित मदरसों की जांच चल रही है तो सरकार ने पूरे प्रदेश में ऐसे मदरसों का भी सर्वे करने को कहा है जो गैर मान्यता प्राप्त हैं। यह काम 15 अक्तूबर तक सर्वे पूरा करने को कहा गया है। सर्वे में देखा जाएगा कि मदरसे का संचालन करने वाली संस्था का नाम व उसकी आय का मुख्य स्रोत क्या है?
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