यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) के चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने जानकारी दी है कि नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (NEET) इंजीनियरिंग एंट्रेंस, ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) और कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट (CUET UG) को एक साथ मर्ज करने पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों पर कुछ भी थोपा नहीं जाएगा.
उन्होंने स्वीकार किया कि सरकार के पास परीक्षाओं को मर्ज करने का विचार आया है, लेकिन इस पर अभी कोई सहमति नहीं बन पाई है कि क्या यह एक व्यावहारिक कदम होगा. एजेंसी के अनुसार, उन्होंने मंगलवार को राजस्थान के कोटा में शहर के एक प्राइवेट कोचिंग संस्थान के स्टूडेंट्स के साथ एक सेशन के दौरान सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की.
उन्होंने कहा, 'सीयूईटी, जेईई और नीट के विलय पर अभी केवल विचार है, लेकिन सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है, इसलिए छात्रों को इसके बारे में चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है. आज की तारीख में विलय का कोई प्रस्ताव नहीं है और अगले साल भी कोई विलय नहीं होगा. हम बिना किसी पूर्व सूचना के कुछ भी नहीं करेंगे. किसी ठोस निर्णय पर पहुंचने में अभी समय लगेगा. हम उन छात्रों पर कोई संयुक्त परीक्षा नहीं थोपेंगे जो अभी 12वीं और 11वीं कक्षा में हैं, यानी जो अगले दो वर्षों में प्रवेश परीक्षा में शामिल होंगे.'
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