11 वर्षों से प्रधानाचार्य भर्ती नहीं, आधे से ज्यादा पद खाली
वर्ष 2013 की प्रधानाचार्य भर्ती अब तक नहीं हो सकी पूरी
1,800 से ज्यादा पदों का अधियाचन चयन बोर्ड में लंबित
प्रयागराज : प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्यों की बड़ी संख्या में कमी है, लेकिन 11 वर्षों से प्रधानाचार्य पद पर भर्ती नहीं हुई है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने वर्ष 2013 में 632 पदों के लिए प्रधानाचार्य भर्ती निकाली जरूर, लेकिन अब तक पूरी नहीं हो सकी है। वर्तमान में 1800 से ज्यादा पदों के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने चयन बोर्ड को अधियाचन भेजा है, लेकिन विज्ञापन अटका हुआ है। 2011 में निकाली गई भर्ती फिलहाल पूरी हो गई है।
प्रदेश के 4512 एडेड माध्यमिक विद्यालयों में आधे से ज्यादा में चयनित प्रधानाचार्य नहीं हैं। विद्यालय प्रबंधतंत्र तदर्थ प्रधानाचार्यों से काम ले रहे हैं। चयनित प्रधानाचार्यों के विद्यालय प्रबंधन की मंशा के अनुरूप कार्य नहीं करने से प्रायः खींचतान रहती है। ऐसे में कई विद्यालय प्रबंधतंत्र चयन बोर्ड से चयनित प्रधानाचार्य नहीं चाहते। दुर्भाग्य से उनकी यह मंशा पूरी भी हो रही है।
सच्चाई यह है कि चयन बोर्ड ने वर्ष 2013 में प्रधानाचार्य के 632 पढ़ें के लिए भर्ती विज्ञापन निकाला था, लेकिन लगभग नौ वर्षों में भी यह भर्ती पूरी नहीं हो सकी है। हाई कोर्ट के आदेश पर चयन बोर्ड ने परिणाम तो घोषित कर दिया, लेकिन अब तक पैनल जिलों में नहीं भेजे जाने से विद्यालयों को प्रधानाचार्य नहीं मिल सके। इधर, विद्यालयों में प्रधानाचार्य के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने 1800 से ज्यादा पदों का अधियाचन चयन बोर्ड को भेजा है, लेकिन भर्ती विज्ञापन जारी नहीं हुआ है।
इनके अलावा कई विद्यालय हैं, जिनका अधियाचन ही नहीं भेजा गया है। इधर, चयन बोर्ड ने इस भर्ती में साक्षात्कार से पहले लिखित परीक्षा कराने का प्रस्ताव तैयार किया है, चयन बोर्ड की नियमावली में संशोधन करना होगा, जिसका प्रस्ताव शासन को भेजा, लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया है।
No comments:
Write comments