यूपी बोर्ड के 178 स्कूलों की छिनेगी मान्यता
◆ तमाम विद्यालयों ने बिना सूचना सीबीएसई से ले ली है मान्यता
● वर्तमान में यूपी बोर्ड से प्रदेश के तकरीबन 28 हजार स्कूल संबद्ध
प्रयागराज : यूपी बोर्ड से संबद्ध 178 माध्यमिक स्कूलों की मान्यता छिनेगी। बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल की ओर से जिला विद्यालय निरीक्षकों को ऐसे स्कूलों की सूची भेजी गई है ताकि 2023 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण के दौरान इन स्कूलों को सेंटर न बना दिया जाए। इन 178 स्कूलों में से 20 की मान्यता वापस ली जा चुकी है।
75 से अधिक स्कूलों की मान्यता वापस लेने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है, जबकि कई स्कूलों के प्रकरण न्यायालय में लंबित हैं। कुछ प्रकरणों में जिला विद्यालय निरीक्षक और मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) से रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं कुछ मामले ऐसे भी है जिनमें जिला विद्यालय निरीक्षक, संयुक्त शिक्षा निदेशक और बोर्ड के स्तर से मान्यता वापस लेने की संस्तुति की गई है, शासन से अनुमति मिलने का इंतजार किया जा रहा है। 2022 की बोर्ड परीक्षा के दौरान 30 मार्च को इंटरमीडिएट अंग्रेजी के पेपर लीक में फंसे महराजी देवी स्मारक इंटर कॉलेज किडिंहरापुर बलिया की मान्यता वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रयागराज के चार स्कूलों की मान्यता छीनने की कार्रवाई चल रही है। न्यू चिल्ड्रेन स्कूल सिन्धी टोला शंकरगढ़ को कारण बताओ नोटिस जारी हो चुका है।
2.53 लाख छात्र पंजीकृत 3.04 लाख को बांटीं किताबें
अलीगढ़ : अलीगढ़ के बेसिक शिक्षा में छात्रों की संख्या को लेकर गड़बड़ी नजर आ रही है। परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत छात्रों की संख्या 2.53 लाख है, जबकि किताबों और वर्क बुक को आवंटन 3.4 लाख से अधिक किया गया। विभाग अधिकारी इस पर स्पष्ट जवाब देने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि जो किताबें बची हैं उन्हें अगले साल समायोजित कर दिया जाएगा। वहीं स्कूल चलो अभियान में छात्रों की संख्या बढ़ने का दावा किया गया था। लेकिन डीबीटी सत्यापन के बाद उनकी संख्या फिर घट गई। राज्य शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग की कमियां उजागर हो रही हैं। कुछ दिन पहले शिक्षकों द्वारा संख्या बढ़ाने के लिए बच्चों के डबल डबल नामांकन दर्ज कर शाबासी ली गई थी।
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