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Tuesday, December 27, 2022

मदरसा बोर्ड के चेयरमैन और सदस्य के बीच बढ़ा विवाद, मदरसों में अवकाश को लेकर एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप-प्रत्यारोप

मदरसा बोर्ड के चेयरमैन और सदस्य के बीच बढ़ा विवाद, मदरसों में अवकाश को लेकर एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप-प्रत्यारोप


लखनऊ। मदरसा शिक्षा परिषद की 2023 की अवकाश तालिका जारी होने के बाद मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद और बोर्ड के सदस्य कमर अली के बीच विवाद खुल कर सामने आ गया है। इस विवाद ने मदरसा प्रबंधन की परेशानी बढ़ा दी है।

बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जावेद ने मदरसों की अवकाश तालिका जारी कर स्पष्ट किया था कि साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार ही रहेगा। उनका कहना है कि मदरसा विनियमावली 2016 में संशोधन के सिलसिले में 20 दिसंबर को हुई बैठक में मदरसों से जुड़े हितधारकों के साथ ही बोर्ड के सभी सदस्य भी मौजूद थे। यह बैठक सिर्फ हितधारकों से सुझाव लेने के लिए बुलाई गई थी। 


उनका कहना है कि बोर्ड के सदस्य कमर अली ने बैठक में मदरसों में शुक्रवार के बदले रविवार को अवकाश को लेकर कोई सुझाव नहीं दिया, लेकिन मीडिया में उनके लगातार झूठा बयान देने से भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने कहा कि कमर अली के कृत्यों से लगने लगा है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ रहा है और उन्हें उचित इलाज की जरूरत है।


उधर, कमर अली ने आरोप लगाया कि 2023 की अवकाश तालिका जारी करने में बोर्ड के सदस्यों की सहमति नहीं ली गई है। साप्ताहिक अवकाश को लेकर तय हुआ था कि बोर्ड की आगामी बैठक में इस पर फैसला लिया जाएगा। पर, बैठक का इंतजार नहीं किया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अवकाश तालिका में मदरसों के सालाना अवकाश 43 की जगह इस बार 36 दिन और शीतकालीन अवकाश 11 के बजाय 10 दिन किए गए हैं। इस पर कई उलमा ने फोन करके आपत्ति जताई थी। इसके अलावा उलमा मदरसों की टाइमिंग को लेकर भी नाराज हैं। मदरसों की कक्षाओं का समय दोपहर तीन बजे तक किए जाने से बच्चों को नमाज में परेशानी होगी। अली ने आरोप लगाया कि बोर्ड के चेयरमैन अपनी नाकामियों व गलतियों को छिपाने के लिए व्यक्तिगत आरोप लगा रहे हैं।



मदरसों हेतु छुट्टियों के जारी वार्षिक कैलेण्डर पर विवाद, शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश पर बोर्ड सदस्य के सवाल, सीएम से करेंगे श‍िकायत


यूपी में 2023 की छुट्टियों का कैलेंडर जारी होने के बाद अब शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश पर विवाद शुरु हो गया है। इससे नाराज मदरसा बोर्ड के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से श‍िकायत करने की बात कही है। उनका कहना है क‍ि बोर्ड की सहमति के बगैर कैलेंडर जारी क‍िया गया।


लखनऊ ।  मदरसों में वर्ष 2023 में साप्ताहिक अवकाश पहले की तरह शुक्रवार करने को लेकर उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद में विवाद हो गया है। मदरसा बोर्ड के सदस्य कमर अली ने इस निर्णय पर नाराजगी जताते हुए पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जब शुक्रवार के बजाय रविवार को अवकाश का प्रस्ताव दिया गया था तो उस पर बोर्ड में विचार करने से पहले ही वर्ष 2023 की छुट्टियों का आनन-फानन में कैलेंडर क्यों जारी कर दिया गया ?



बोर्ड की सहमति के बगैर जारी क‍िया कैलेंडर
मदरसों में रविवार को छुट्टी का प्रस्ताव रखने वाले बोर्ड के सदस्य कमर अली ने कहा कि मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद जावेद पर बोर्ड के अन्य सदस्यों से राय लिए बगैर 24 दिसंबर को वर्ष 2023 के लिए मदरसों की छुट्टी का कैलेंडर जारी कर दिया। उन्होंने कहा कि 20 दिसंबर को बोर्ड द्वारा बुलाई गई एक बैठक में उन्होंने मदरसों की छुट्टी शुक्रवार की जगह रविवार करने का प्रस्ताव रखा था और बोर्ड अध्यक्ष ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि इस प्रस्ताव पर जनवरी में होने वाली बोर्ड की पूर्ण बैठक में फैसला लिया जाएगा।


बोर्ड के अन्य सदस्यों की नहीं ली गई सहमति
इस बीच चेयरमैन ने 24 दिसंबर को बगैर बताए वर्ष 2023 के लिए मदरसों की छुट्टियों का कैलेंडर जारी कर दिया। इसमें मदरसों का साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार ही रखा गया है। उन्होंने मदरसा बोर्ड के चेयरमैन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि मदरसों में शिक्षण कार्य पहले नौ बजे से दो बजे तक चलता था, इसे भी बढ़ाकर सुबह नौ बजे से तीन बजे तक कर दिया गया है। इस पर भी बोर्ड के अन्य सदस्यों की सहमति नहीं ली गई। इस बार छुट्टियों के कैलेंडर पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह की भी सहमति नहीं ली गई। उन्होंने कहा कि बोर्ड के चेयरमैन किसी भी निर्णय में बोर्ड के सदस्यों से कोई राय नहीं लेते हैं।


बोर्ड के चेयरमैन ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तिखार अहमद जावेद ने कमर अली के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि उन्होंने 20 दिसंबर की बैठक में रविवार साप्ताहिक अवकाश करने का कोई प्रस्ताव नहीं दिया था। उन्होंने कहा, ‘जो रूटीन कार्य हैं, वह तो किए ही जाएंगे। मदरसों की छुट्टियों में कोई बदलाव नहीं किया गया है इसलिए कैलेंडर जारी कर दिया गया है। शुक्रवार के बजाय रविवार को छुट्टी किए जाने के सुझाव पर बोर्ड की अगली बैठक में फैसला लिया जाएगा।’


मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के चेयरमैन से मिले कमर अली
मदरसा बोर्ड के सदस्य कमर अली ने सोमवार को आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के चेयरमैन मौलाना राबे हसनी नदवी से मुलाकात की। दोनों के बीच मदरसों व समाज से जुड़े कई मसलों पर चर्चा हुई। कमर अली का कहना है कि नदवी ने मदरसों का समय एक घंटा बढ़ाने का विरोध किया है। उनके साथ गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे पर भी विस्तार से बात हुई है। 

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