छात्राओं को सिखाया जा रहा बॉडी कांफिडेंट, कस्तूरबा विद्यालयों समेत जूनियर स्कूलों में चलाया जा रहा कार्यक्रम
'बदलीपुर की टीम आधा फुल’ भर रही आत्मविश्वास
लखनऊ : पायल इस बार रेस में भाग नहीं ले रही है क्योंकि उसे लगता है कि वह धूप में रहकर काली हो जाएगी लेकिन ‘बदलीपुर की टीम आधा फुल’ की किट्टी, अदरख और तारा ने उसे राजी कर ही लिया क्योंकि इंसान का महत्व उसके गुणों से होता है, चेहरे से नहीं। ये और ऐसी ही कुछ कहानियों से छात्राओं को बॉडी कांफिडेंट यानी अपने से प्यार करना सिखाया जा रहा है। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय समेत 12854 जूनियर स्कूलों में ये कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
बॉडी कांफिडेंट व आत्म सम्मान की भावना विकसित करने के लिए समग्र शिक्षा अभियान ने एक कॉमिक्स सिरीज बनवाई है। ‘बदलीपुर की टीम आधा फुल’ नामक कॉमिक्स की सिरीज है, जिसमें तरह-तरह की कहानियां हैं और इनसे छात्राओं के साथ छात्रों को भी अपने से प्यार करना सिखाया जा रहा है। इसमें अंत में बताया जाता है कि जो टीवी पर सुंदर दिख रहा है, वह असलियत में वैसा हो, जरूरी नहीं। अपने गुणों और नैननक्श को लेकर आत्मविश्वास होना चाहिए।
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