स्वकेंद्र व्यवस्था को समाप्त करेगा राज्य विश्वविद्यालय, सामूहिक नकल कराने वाले 270 कालेजों पर राज्य विश्वविद्यालय ने की कार्रवाई
27 हजार से अधिक नकलची पकड़े गए थे परीक्षा के दौरान
प्रयागराज : प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षाओं में स्वकेंद्र व्यवस्था को समाप्त करने की तैयारी है। यह कदम पिछले सत्र में कई कालेजों में सामूहिक नकल के मामले पकड़े जाने के बाद उठाया जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि विषम सेमेस्टर परीक्षा में राज्य विश्वविद्यालय प्रशासन विशेष परिस्थितियों में ही स्वकेंद्र की व्यवस्था देने पर विचार करेगा। तीन जनवरी के बाद राज्य विश्वविद्यालय केंद्र बनाने की प्रक्रिया शुरू करेगा। 11 जनवरी से राज्य विश्वविद्यालय की विषम सेमेस्टर परीक्षा शुरू हो जाएंगी।
राज्य विश्वविद्यालय की मई-जून में हुई वार्षिक परीक्षाओं में 392 केंद्र बनाए गए थे। राज्य विश्वविद्यालय ने पहले जो केंद्र बनाए थे उसमें स्वकेंद्र व्यवस्था नहीं थी। कालेजों के विरोध के बाद राज्य विश्वविद्यालय ने स्वकेंद्र व्यवस्था को लागू कर दिया था। इसका खूब दुरुपयोग हुआ। 392 केंद्रों में से 270 केंद्रों पर सामूहिक नकल पकड़ी गई। 43 केंद्रों को बाद में राज्य विश्वविद्यालय ने डिबार करते हुए
डेढ़ डेढ़ लाख का जुर्माना लगाया । शेष केंद्रों को चेतावनी देने के साथ 75 से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया। इस बार परीक्षा में नकल रोकने के लिए तीन स्तर पर निगरानी व्यवस्था लागू करने की तैयारी है। इसमें पर्यवेक्षकों की नियुक्ति, सीसीटीवी वायस रिकार्डर की अनिवार्यता और सचल दस्तों के जरिए नकल रोकने का प्रयास होगा। परीक्षा केंद्र निर्धारण भी नए सिरे से किया जा रहा है। सामूहिक नकल जिन केंद्रों पर पकड़ी गई थी उनपर विशेष निगरानी की व्यवस्था बनाई जा रही है। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि नकल रोकना विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
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