मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों को 55 महीनों से नहीं मिला केंद्रांश, एक साल से योजना का नवीनीकरण भी नहीं हुआ
लखनऊ। मदरसा आधुनिकीकरण योजना में कार्यरत प्रदेश के करीब 25 हजार शिक्षकों का बीते 55 माह का मानदेय बकाया है। बीते एक साल से योजना का नवीनीकरण भी नहीं हुआ है। मदरसा बोर्ड के चेयरमैन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भेजकर शिक्षकों का बकाया केंद्रांश जारी करने और योजना का नवीनीकरण करने का अनुरोध किया है।
मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र में कहा है कि योजना के तहत 20 लाख से अधिक विद्यार्थी शिक्षा हासिल कर रहे हैं। योजना में कार्यरत शिक्षकों को 55 महीनों से मानदेय नहीं मिला है।
मालूम रहे कि योजना के शिक्षकों में स्नातक शिक्षक को 8000 और परास्नातक शिक्षक को 15000 रुपये मानदेय मिलता है। इस मानदेय में 60 फीसदी केंद्रांश और 40 फीसदी राज्यांश शामिल रहता है। परास्नातक शिक्षकों को मिलने वाले 15000 रूपये में 7200 रुपये केंद्रांश और स्नातक शिक्षकों को मिलने वाले 8000 रुपये मानदेय में 3600 केंद्रांश के तौर पर मिलता है।
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