राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नत शिक्षकों की तैनाती का इंतजार लंबा होता जा रहा
आदेश के बावजूद राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में तैनाती की प्रक्रिया अटकी
शिक्षक संगठनों ने जल्द तैनाती की उठाई मांग
लखनऊ। राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में प्रिंसिपल पद पर पदोन्नत शिक्षकों की तैनाती का इंतजार लंबा होता जा रहा है। बीते मई-जून में पदोन्नत इन शिक्षकों को नए साल में भी तैनाती नहीं मिल पाई। ऐसे में सेवानिवृत्ति की कगार पर पहुंच चुके शिक्षक ज्यादा परेशान हैं। यह स्थिति तब है जब शासन से तैनाती के आदेश हो चुके हैं।
पदोन्नति कर रहे शिक्षकों में 143 महिला और 239 पुरुष हैं। बीते नवंबर में इनकी तैनाती की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश हुआ था, लेकिन अब तक प्रक्रिया परवान नहीं चढ़ी।
शिक्षक समन्वय समिति की अध्यक्ष छाया शुक्ला व राजकीय शिक्षक संघ के महामंत्री रामेश्वर पांडेय का कहना है कि तैनाती न होने से वेतन वृद्धि रुकी हुई है। यह प्रोन्नति पिछले सत्र में ही दी जानी थी। समय से प्रक्रिया पूरी न होने से 21 शिक्षक पदोन्नत हुए बिना ही सेवानिवृत्त हो गए। अब उन्हें पेंशन में एक वृद्धि का इंतजार है। ज्यादा देरी हुई तो मार्च में कुछ और शिक्षक सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
उधर, अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) केके गुप्ता का कहना है कि हर जिले से मानव संपदा पोर्टल पर ब्योरा अपडेट कराया जा रहा है, ताकि कोई गड़बड़ी न हो। ब्योरा अपडेट होते ही तैनाती प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
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