निदेशालय कर्मियों का आंदोलन हुआ स्थगित, डिप्टी सीएम से वार्ता के बाद कार्यकारिणी की बैठक में हुआ निर्णय
प्रयागराज। शिक्षा निदेशालय को लखनऊ शिफ्ट किए जाने की प्रक्रिया के विरोध में कलमबंद हड़ताल पर गए निदेशालय कर्मियों ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से वार्ता के बाद सोमवार को अपना आंदोलन स्थगित कर दिया। यह निर्णय शिक्षा निदेशालय मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ की बैठक में लिया गया।
शिक्षा निदेशालय को लखनऊ शिफ्ट किए जाने के विरोध में शिक्षा निदेशालय माध्यमिक, बेसिक शिक्षा निदेशालय, उच्च शिक्षा निदेशालय, पत्राचार शिक्षा, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय प्रयागराज शिविर कार्यालय (माध्यमिक) पार्क रोड, शिविर कार्यालय (बेसिक) एससीईआरटी, निशातगंज, पाठ्य पुस्तक / साक्षरता, वैकल्पिक शिक्षा उर्दू एवं प्राच्य भाषा लखनऊ के कर्मचारियों ने पांच एवं छह जनवरी को कार्य बहिष्कार कर दिया था। आठ जनवरी को प्रयागराज आए मौर्य से संघ के पदाधिकारी मिले और उन्हें ज्ञापन दिया। डिप्टी सीएम ने आश्वस्त किया कि निदेशालय हर हाल में प्रयागराज में ही रहेगा।
डिप्टी सीएम ने प्रमुख सचिव से की बात, नहीं जाएगा उच्च शिक्षा निदेशालय, निदेशालय कर्मियों से मुलाकात के बाद आंदोलन वापसी पर निर्णय आज
प्रयागराज : उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ शिफ्ट किए जाने की प्रक्रिया का विरोध कर रहे निदेशालय कर्मियों ने रविवार को प्रयागराज आए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। डिप्टी सीएम ने कर्मचारियों के सामने फोन पर प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा से बात की और कहा कि निदेशालय किसी भी सूरत में प्रयागराज से बाहर नहीं जाएगा।
डिप्टी सीएम ने प्रमुख सचिव से कहा कि उच्च शिक्षा निदेशालय एक ऐतिहासिक भवन में स्थापित है, जो प्रयागराज की गरिमा है। इसलिए कार्यालय स्थानांतरण को लेकर भविष्य में भी कोई कार्रवाई न की जाए। आश्वासन मिलने के बाद शिक्षा निदेशालय मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार एवं मंत्री प्रदीप सिंह ने उन्हें ज्ञापन भी सौंपा।
उप मुख्यमंत्री से हुई वार्ता के क्रम में संघ की ओर से नौ जनवरी को सुबह बैठक बुलाई गई है, जिसमें आंदोलन वापसी पर निर्णय लिया जाएगा। डिप्टी सीएम से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष एवं मंत्री के साथ दीपक श्रीवास्तव, सुरेंद्र सिंह, अमरनाथ प्रजापति आदि मौजूद रहे।
आदेश निरस्त न होने से उच्च शिक्षा निदेशालय मामले में गरमाई राजनीति, डिप्टी सीएम से मुलाकात के बाद तय होगी आंदोलन की रूपरेखा
प्रयागराज । उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ शिफ्ट किए जाने के मुद्दे पर राजनीति गरमाती जा रही है। हालांकि, डिप्टी सीएम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि निदेशालय प्रयागराज में ही रहेगा और निदेशालय शिफ्ट किए जाने का आदेश देने वाले अफसर के खिलाफ जांच होगी। इसके बावजूद असमंजस की स्थिति बनी हुई है। विपक्षी दल के लोग चाहते हैं कि 30 दिसंबर को जारी आदेश निरस्त किया जाए। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आठ जनवरी को प्रयागराज में होंगे। शिक्षा निदेशालय कर्मचारी मिनिस्टीरियल संघ, उत्तर प्रदेश के मंत्री प्रदीप कुमार सिंह के अनुसार डिप्टी सीएम ने रविवार को सुबह 11 बजे सर्किट हाउस में संघ के प्रतिनिधिमंडल से मिलने का वक्त दिया है।
डिप्टी सीएम से मुलाकात के बाद ही तय होगा कि आंदोलन को आगे बढ़ाना है या नहीं। हालांकि, कर्मचारी भी असमंजस में हैं कि अगर आदेश निरस्त नहीं हुआ तो भविष्य में निदेशालय को किसी भी दिन लखनऊ शिफ्ट किया जा सकता है। वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को 'अमर उजाला' से कहा कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार के जो भी कार्यालय प्रयागराज में हैं, वह यहीं रहेंगे। उधर, दो दिनी कलमबंद हड़ताल के बाद शनिवार को अवकाश वाले दिन संघ के प्रतिनिधियों ने सपा नेताओं से मिलकर समर्थन मांगा।
रद हुआ उच्च शिक्षा निदेशालय स्थानांतरित करने का आदेश
• प्रयागराज से लखनऊ स्थानांतरित होना था निदेशालय
• डिप्टी सीएम केशव ने दिए जांच के आदेश, बैकफुट पर विभाग
लखनऊ : उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रयागराज से लखनऊ स्थानांतरित करने का आदेश शुक्रवार को रद कर दिया गया। 30 दिसंबर को उच्च शिक्षा विभाग की ओर से पत्र जारी कर मामले में स्पष्ट प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए थे। विशेष सचिव उच्च शिक्षा डा. अखिलेश कुमार मिश्रा की ओर से जारी पत्र में यह भी लिखा गया था कि निदेशालय को लखनऊ स्थानांतरित करने का निर्देश उच्च स्तर से प्राप्त हुआ है। ऐसे में त्वरित कार्यवाही की जाए।
कर्मचारियों ने पत्र का विरोध किया व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से शिकायत की। उप मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को विभाग के संशोधित आदेश को ट्वीट कर लिखा, 'प्रयागराज से निदेशालय लखनऊ स्थानांतरित नहीं होगा। कोई नया कार्यालय आए, जो है वह न जाए।
यही प्रयास था और रहेगा। गलत आदेश जारी करने की जांच होगी। गौरव हैं राज्य और केंद्र सरकार के कार्यालय।' प्रकरण पर स्पष्टीकरण देते हुए विशेष सचिव की और से शुक्रवार को पत्र जारी किया गया कि पूर्व में जारी पत्र से कर्मियों को यह भ्रम हो गया कि संपूर्ण निदेशालय को प्रयागराज से लखनऊ प्रतिस्थापित किया जाएगा। विभाग के निदेशालय, शासन व अन्य प्रशासनिक शाखाओं के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए शासन स्तर पर विचार चल रहा है। निदेशालय को लखनऊ स्थानांतरित करने का कोई निर्णय नहीं हुआ है।
लखनऊ स्थानांतरित नहीं होगा उच्च शिक्षा निदेशालय
विशेष सचिव ने उच्च शिक्षा निदेशक को लिखा पत्र
डिप्टी सीएम ने किया ट्वीट, गलत आदेश जारी करने की होगी जांच
प्रयागराज । उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ स्थानांतरित किए जाने के मामले में उत्तर प्रदेश शासन में विशेष सचिव डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र ने सफाई दी है। उन्होंने उच्च शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र में लिखा है कि निदेशालय के कर्मचारियों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है कि संपूर्ण निदेशालय को लखनऊ स्थानांतरित किए जाने का निर्णय लिया गया है। जबकि अभी ऐसा कोई हुआ है। वहीं, कर्मचारियों ने शुक्रवार को भी आंदोलन किया और कहा कि 30 दिसंबर को जारी शासनादेश को निरस्त किया जाए।
विशेष सचिव डॉ. अखिलेश मिश्र ने उच्च शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र में लिखा है कि प्रशासनिक व विधिक दृष्टिकोण से सक्षम स्तर पर जो भी निर्णय होगा, उसी के आधार आगे की कार्रवाई की जाएगी। 30 दिसंबर को विशेष सचिव ने उच्च शिक्षा निदेशक को पत्र भेजकर उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ में प्रतिस्थापित किए जाने का प्रस्ताव मांगा था। इस सफाई भरे पत्र के बाद भी शिक्षा निदेशालय मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ से जुड़े कर्मचारी संतुष्ट नहीं हैं।
इस मामले में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने ट्वीट में लिखा है कि प्रयागराज से उच्च शिक्षा निदेशालय लखनऊ स्थानांतरित नहीं होगा, कोई नया कार्यालय आए, जो है वह नहीं जाए, यही प्रयास था, है और रहेगा। गलत आदेश जारी करने की जांच होगी। डिप्टी सीएम ने ट्वीट के साथ विशेष सचिव के उच्च शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र को भी टैग किया है।
No comments:
Write comments