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Thursday, January 5, 2023

कर्मचारियों ने की कलमबंद हड़ताल, उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ भेजने का विरोध तेज, काम हुआ प्रभावित

कर्मचारियों ने की कलमबंद हड़ताल, उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ भेजने का विरोध तेज, काम हुआ प्रभावित


प्रयागराज : उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रयागराज से लखनऊ स्थानांतरित किए जाने का प्रस्ताव मांगने के विरोध में शिक्षा निदेशालय मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ से जुड़े लगभग 550 कर्मचारियों ने गुरुवार से दो दिनी कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल में शिक्षा निदेशालय स्थित उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा व बेसिक शिक्षा, पत्राचार संस्थान, माध्यमिक शिक्षा शिविर कार्यालय पार्करोड, बेसिक शिक्षा शिविर कार्यालय निशातगंज, एससीईआरटी, पाठ्यपुस्तक साक्षरता उर्दू एवं प्राच्य भाषा लखनऊ के कर्मचारी शामिल रहे। हड़ताली कर्मचारी हाईकोर्ट के प्रकरण संबंधी कार्यों से लेकर आईजीआरएस तक के कार्य से विरत रहे।


कर्मचारियों ने निदेशालय परिसर में नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला और चेतावनी दी कि जब तक उच्च शिक्षा निदेशालय के ट्रांसफर की प्रक्रिया रोकी नहीं जाती उनका विरोध जारी रहेगा। संघ के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में हुई सभा में कर्मचारी नेताओं ने कहा कि उच्च शिक्षा निदेशालय का स्थानान्तरण प्रयागराज की गरिमा के विरुद्ध है। 


पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि शासन में बैठे कुछ अधिकारी स्वार्थवश प्रयागराज में स्थित कार्यालय को लखनऊ ले जाने का प्रयास करते हैं। इसके पहले 2009 में उच्च शिक्षा निदेशालय जबकि 2020 में बेसिक शिक्षा परिषद और बेसिक शिक्षा के कार्यालय को स्थानांतरित करने का प्रयास किया गया।


पूर्व उपाध्यक्ष अनिल कुमार व शशिकांत सिंह ने कहा कि एक षड़यंत्र के तहत उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ स्थानांतरित करने का प्रयास किया जा रहा है। संयुक्त मंत्री उच्च शिक्षा अमरनाथ, संपूर्णानंद त्रिपाठी, शिव प्रकाश यादव, उपाध्यक्ष दीपक कुमार श्रीवास्तव व सुऐब सिद्दीकी ने कहा कि उच्च शिक्षा निदेशालय को किसी कीमत पर ट्रांसफर नहीं होने देंगे। सभा का संचालन मंत्री प्रदीप कुमार सिंह ने किया।


सांसद विनोद सोनकर ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

शिक्षा निदेशालय के कर्मचारी नेताओं ने गुरुवार को सांसद विनोद सोनकर से मुलाकात कर उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रयागराज में बनाए रखने का अनुरोध किया। इस पर सांसद ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रयागराज में ही स्थापित रखने की वकालत की।


समर्थन में उतरे विवि और डिग्री कॉलेज के शिक्षक

प्रो. राजेन्द्र सिंह रज्जू भैय्या विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार सिंह ने गुरुवार को सभास्थल पर उपस्थित होकर आंदोलन का समर्थन किया। उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ के महामंत्री प्रो. प्रदीप कुमार सिंह ने गुरुवार को यह घोषणा की कि सरकार के इस फरमान का विरोध महाविद्यालयों के शिक्षक भी करेंगे।


शिक्षा सेवा चयन आयोग के मुख्यालय के लिए संघर्ष की तैयारी, जानिये प्रतियोगी छात्रों से लेकर जनप्रतिनिधियों की राय 

प्रयागराज में नहीं बना मुख्यालय तो लगेगा शहर की पहचान को झटका


प्रयागराज उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ शिफ्ट किए जाने की तैयारियों के बीच शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन की घोषणा कर दी गई है। स्पष्ट संकेत हैं कि शिक्षा सेवा चयन आयोग का मुख्यालय लखनऊ में बनाए जाने की तैयारी है ऐसे में दो महत्वपूर्ण भर्ती संस्थानों का अस्तित्व समाप्त होने के साथ ही प्रयागराज की पहचान को एक और झटका लगेगा।


नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के माध्यम से बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। ऐसे में प्रयागराज स्थित उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। दोनों ही भर्ती संस्थाएं प्रयागराज की पहचान हैं। प्रतियोगी छात्र चाहते हैं कि शिक्षा सेवा चयन आयोग का मुख्यालय प्रयागराज को बनाया जाए, लेकिन अब इसकी कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है।


उच्च शिक्षा विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर और प्राचायों की भर्ती के लिए रिक्त पदों की गणना करना और भर्ती के लिए पदों का अधियाचन भेजा उच्च शिक्षा निदेशालय की जिम्मेदारी है। निदेशालय को लखनऊ शिफ्ट किए जाने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है और इससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि शिक्षा सेवा चयन आयोग का मुख्यालय भी अब लखनऊ को ही बनाया जाएगा।


वहीं, प्रतियोगी छात्रों ने प्रयागराज में शिक्षा सेवा चयन आयोग का मुख्यालय बनाए जाने की मांग शुरू कर दी है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय एवं मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय, प्रतियोगी छात्र मोर्चा के प्रदेश संयोजक अनिल उपाध्याय एवं अध्यक्ष विक्की खान समेत तमाम संगठनों के छात्र नेताओं ने इसके लिए संघर्ष की घोषणा की है।


मुख्यालय नहीं बना तो अर्थव्यवस्था को लगेगा झटका

प्रयागराज के सलोरी, बघाड़ा, बेली, अल्लापुर, गोविंदपुर, तेलियरगंज, मम्फोर्डगंज, दारागंज, सोहबतियाबाग, तुलारामबाग, मधवापुर, बैरहना समेत शहर उत्तरी के बड़े हिस्से में तकरीबन पांच लाख प्रतियोगी छात्र रहते हैं और शहर की अर्थव्यवस्था को संतुलित रखने में इनकी बड़ी भागीदारी है। छात्र नेताओं का कहना है कि शिक्षा सेवा चयन आयोग का मुख्यालय लखनऊ में बनाया गया तो बड़ी संख्या में छात्रों का पलायन शुरू हो जाएगा और इसका सीधा असर शहर की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। किराने की दुकान चलाने वाले, सब्जी का ठेला लगाने वाले, रेस्टारेंट संचालकों, कोचिंग संस्थानों, चाय के दुकानदारों तक का रोजगार इससे प्रभावित होगा।


शिक्षा आयोग के लिाफ कल होगा प्रदर्शन

नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के खिलाफ छात्र लामबंद हो गए हैं और छह जनवरी को पत्थर गिरजाघर के पास धरना-प्रदर्शन की घोषणा की है। यह निर्णय युवा मंच की बुधवार को छोटा बघाड़ा स्थित एनी बेसेंट स्कूल में हुई आम सभा में लिया गया। धरना-प्रदर्शन के दौरान शिक्षा सेवा आयोग का गठन न करने और उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रयागराज में बनाए रखने की मांग को लेकर प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। युवा मंच के संयोजक राजेश सचान और अध्यक्ष अनिल सिंह का कहना है कि प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति भयावह है। शिक्षकों के हजारों पद रिक्त पड़े हैं अलग-अलग भर्ती संस्थाएं पदों को नहीं भर पा रहीं हैं। ऐसे में एक आयोग बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा में समय से भर्ती कैसे पूरी कर सकेगा।

सब यहीं तो मुख्यालय क्यों नहीं

चयन बोर्ड को मुख्यालय बनाने की मांग

प्रतियोगी छात्र मांग कर रहे हैं कि एलनगंज स्थित माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को नए शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का मुख्यालय बनाया जाए। छात्रों का कहना है कि चयन बोर्ड की अपनी बिल्डिंग है और यह काफी बड़ी है। अध्यक्ष, सदस्यों और कर्मचारियों के बैठने के लिए बिल्डिंग में पर्याप्त जगह है। नए आयोग के गठन के बाद चयन बोर्ड का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। ऐसे में चयन बोर्ड को आसानी से मुख्यालय बनाया जा सकता है और इससे फिजूलखर्ची भी नहीं होगी।


छात्र नेताओं का कहना है कि प्राथमिक विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों और उच्च शिक्षा में शिक्षक भर्ती करने वाली सभी संस्थाएं प्रयागराज में ही हैं। ऐसे में मुख्यालय हर हाल में प्रयागराज में ही होना चाहिए। किसी को भी शिक्षा की नगरी प्रयागराज की पहचान से खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय की ओर vec pi मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिक्षा सेवा चयन आयोग का मुख्यालय प्रयागराज में स्थापित करने की मांग की गई है।


आयोग और छात्रों के बीच नहीं रह जाएगा संवाद

प्रदेश में सबसे बड़ी संख्या में प्रतियोगी छात्र प्रयागराज में रहते हैं। पूर्वी यूपी के साथ बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित अन्य हिंदी भाषा राज्यों के छात्र यहां रहकर तैयारी करते हैं। चयन बोर्ड हो या उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग अथवा सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय, किसी भी समस्या के निराकरण के लिए छात्र इन भर्ती संस्थाओं में सीधे संपर्क करते हैं। शिक्षा सेवा आयोग का मुख्यालय यहां नहीं बना तो छात्रों और आयोग के बीच कोई संवाद नहीं रह जाएगा और छात्रों को अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए लखनऊ के चक्कर लगाने पड़ेंगे। ऐसे में प्रयागराज से छात्रों का पलायन तेजी से बढ़ने की आशंका है।

क्या कहना है जनप्रतिनिधियों का?

निदेशालय शिफ्टिंग के विरोध में आज से होगा कार्य बहिष्कार

प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक दो दिन के लिए होगी कलमबंद हड़ताल



प्रयागराज उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ शिफ्ट किए जाने के विरोध में निदेशालय कर्मचारी मिनिस्टीरियल संघ, उत्तर प्रदेश ने दो दिनी कलमबंद हड़ताल का निर्णय लिया है। बुधवार को हुई संघ की सामान्य सभा में तय हुआ कि पांच एवं छह जनवरी को सभी कर्मचारी निदेशालय आएंगे, लेकिन  शासकीय कामकाज ठप रखेंगे।


यह कार्य बहिष्कार प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक होगा। निर्णय लिया गया कि शिक्षा निदेशालय माध्यमिक, बेसिक शिक्षा निदेशालय, उच्च शिक्षा निदेशालय, पत्राचार शिक्षा, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय प्रयागराज शिविर कार्यालय (माध्यमिक) पार्क रोड, शिविर कार्यालय (बेसिक) निशातगंज एससीईआरटी, पाठ्य पुस्तक / साक्षरता, वैकल्पिक शिक्षा उर्दू एवं प्राच्य भाषा लखनऊ में कार्य बहिष्कार किया जाएगा।


सामान्य सभा में यह भी तय हुआ कि पांच एवं छह जनवरी को कार्य बहिष्कार के बाद सात और आठ जनवरी को जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया जाएगा और उनसे अपील की जाएगी कि निदेशालय को प्रयागराज से बाहर जाने से रोकें।


इसके बाद भी बात नहीं बनती है तो नौ जनवरी को संघ की बैठक कर आंदोलन की अगली रणनीति तैयार की जाएगी। आम सभा में कर्मचारियों ने उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रयागराज की गरिमा से जोड़ते हुए उसे किसी भी परिस्थिति में प्रयागराज से लखनऊ स्थानांतरित करने का विरोध किया।

इस मौके पर संघ के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार, मंत्री प्रदीप कुमार सिंह सहित दीपक कुमार श्रीवास्तव, मोहम्मद शमशुद्दीन, आशीष कुमार, संपूर्णानंद, शिव प्रकाश यादव, अमरनाथ, घनश्याम यादव, बेचनराम, सुरेंद्र कुमार सिंह, अवनीश कुमार, दिलीप कुमार अग्रहरि, मोहम्मद सुएब सिद्दीकी, विष्ण कुमार आदि मौजूद रहे।


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