UP : उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए बढ़े कदम, 'पहले-यूपी' परियोजना के तहत हुआ CRISP से समझौता
लखनऊ: उच्च शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिए 'पहले-यूपी' परियोजना के तहत सीआरआइएसपी (सेंटर फार रिसर्च एंड इंडस्ट्रयिल स्टाफ परफारमेंस) संस्था व उच्च शिक्षा विभाग के बीच एमओयू हुआ है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की उपस्थिति में तीन वर्ष के समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इस परियोजना पर कोई वित्तीय व्यय-भार नहीं है।
परियोजना का उद्देश्य- महाविद्यालयों की रैंकिंग में सुधार करना
बता दें परियोजना का मुख्य उद्देश्य उच्च शिक्षण संस्थाओं की 100 महाविद्यालयों की रैंकिंग में सुधार करना है। इसके तहत 25 महाविद्यालयों को राष्ट्रीय स्तर पर टाप 200 महाविद्यालयों में स्थान दिलाने का लक्ष्य है। 1000 महाविद्यालयों में नवाचार परिषद (इनोवेशन काउंसिल) प्रारंभ की जाएगी।
इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत 25 प्रतिशत महाविद्यालयों का नैक प्रत्यायन कराया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रमुख लक्ष्यों का क्रियान्वयन कराया जाएगा। सीआरआइएसपी संस्था की ओर से ये लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर सीआरआइएसपी संस्था की ओर से सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी आर सुब्रह्मण्यम व सीताराम जनार्दन कुंटे, राष्ट्रीय ला कालेज जबलपुर के वाइस चांसलर प्रो. बलराज चौहान तथा प्रमुख सचिव, उच्च शिक्षा डा. सुधीर एम. बोबड़े, विशेष सचिव उच्च शिक्षा गिरिजेश कुमार त्यागी, डीजी उपक्रम लखनऊ विश्वविद्यालय डा. पूनम टंडन समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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