बोर्ड परीक्षा में न उतरवाएं छात्रों के जूते और मोजे, शासन ने डीएम, कमिश्नर और निदेशक को भेजा निर्देश
प्रयागराज : 16 फरवरी से शुरू होने जा रही यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में केंद्रों पर ‘क्या करें, क्या न करें’ संबंधी निर्देश जारी किए गए हैं। शासन के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने सभी डीएम, कमिश्नर, पुलिस कमिश्नर, एसएसपी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक और यूपी बोर्ड के सचिव को दो फरवरी को पत्र जारी किया है। उसमें साफ किया है कि परीक्षा के दौरान छात्र-छात्राओं के जूते-मोजे न उतरवाए जाएं। न ही केंद्र व्यवस्थापक, परीक्षा ड्यूटी में कार्मिक और परीक्षार्थियों से अनुचित/अभद्र व्यवहार करें। कक्ष निरीक्षण करते समय शिक्षक मोबाइल फोन, कैलकुलेटर या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अपने पास नहीं रखेंगे। बालिका परीक्षार्थियों की पुरुष अध्यापक या कर्मचारी तलाशी नहीं लेंगे और शांतिपूर्वक परीक्षा दे रहे किसी भी परीक्षार्थी को अनावश्यक परेशान या भयभीत नहीं करेंगे। परीक्षा अवधि में केंद्र में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश या फोटोग्राफी प्रतिबंधित रहेगी। परीक्षा केंद्र के बाहर असामाजिक तत्वों या बाहरी व्यक्तियों को एकत्र न होने दें।
प्रश्नपत्र की आलमारी की सीसीटीवी से निगरानी
सभी परीक्षा केंद्रों में प्रश्नपत्र सुरक्षित रखने के लिए एक स्ट्रांग रूम बनाया जाएगा। इस स्ट्रांग रूम एवं इसमें प्रश्नपत्रों को रखे जाने वाली डबल लॉक युक्त आलमारी 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगा। बोर्ड परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले प्रत्येक केंद्र में बने स्ट्रांग रूम को स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक और बाह्य केंद्र व्यवस्थापक की उपस्थिति में खोला जाएगा और परीक्षा खत्म होने के एक घंटे बाद बंद किया जाएगा। कोई भी अधिकारी या कर्मचारी स्ट्रांग रूम में मोबाइल फोन के साथ प्रवेश नहीं करेगा।
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