सड़क सुरक्षा के लिए स्कूलों में चलेगा जागरूकता अभियान, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक तथा माध्यमिक विद्यालयों में बताया जाएगा रोड सेफ्टी का महत्व
नई दिल्ली : सड़क सुरक्षा को लेकर बच्चों, खासकर स्कूली छात्र-छात्राओं में जागरूकता बढ़ाने के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय ने बड़े पैमाने पर तैयारी शुरू कर दी है। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए ट्रैफिक नियमों के पालन की शिक्षा और जागरूकता पर जोर दे रहे मंत्रालय ने प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में ध्यान केंद्रित किया है। इसे लेकर इस साल देश भर में विद्यालयों में सड़क सुरक्षा को लेकर अभियान चलेगा।
मंत्रालय एक एक्टिविटी बुक के माध्यम से स्कूलों में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता पैदा करेगा। यह अलग-अलग स्तर के विद्यालयों के लिए अलग प्रकार की होगी। सड़क सुरक्षा के प्रति रुचि पैदा करने के लिए सांप-सीढ़ी जैसे बोर्ड गेम का भी सहारा लिया जाएगा। अगले शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में इसे उपलब्ध कराने की योजना है। स्कूल शिक्षा विभाग भी सड़क सुरक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल करने की पहल कर रहा है। कुछ राज्यों में इससे संबंधित पाठ प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाए भी जाने लगे हैं। इनमें मुख्य रूप से बच्चों को सड़क सुरक्षा के महत्व और ट्रैफिक से संबंधित चिह्नों और प्रतीकों से परिचित कराया जाता है।
नई शिक्षा नीति में भी सड़क सुरक्षा जैसे समाज को गंभीर रूप से प्रभावित करने वाले विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल करने पर जोर दिया गया है। यह पहल इसलिए अहम है, क्योंकि तमाम प्रयासों और दावों के बावजूद प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। 2021 के आंकड़े के मुताबिक देश में साढ़े चार लाख से अधिक दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें लगभग डेढ़ लाख लोगों की जान गई। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी यह कहते रहे हैं कि सड़क सुरक्षा को लोगों के व्यवहार और आदत में बदलकर ही दुर्घटनाएं रोकने का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
No comments:
Write comments