विधान परिषद चुनाव में शिक्षक नेताओं के वर्चस्व की राजनीति को खत्म कर भाजपा ने और बढ़ाई ताकत, देखें स्नातक और शिक्षक निर्वाचन का परिणाम
लखनऊ । विधान परिषद की शिक्षक एवं स्नातक खंड की पांच में से चार सीटें जीतकर भाजपा ने उच्च सदन में शिक्षक दल गैर राजनीतिक और निर्दल समूह के वर्चस्व को खत्म कर ताकत और बढ़ा ली है।
छह साल पहले परिषद में मात्र नौ सदस्यों के साथ सत्तापक्ष में बैठी भाजपा ने धीरे-धीरे न केवल अपनी संख्या को बढ़ायी, बल्कि सपा, बसपा के साथ परिषद चुनाव में शिक्षक एवं स्नातक खंड के क्षत्रप शर्मा गुट के शिक्षक दल (गैर राजनीतिक) और चंदेल गुट के निर्दलीय समूह को इकाई पर समेट दिया है।
शिक्षक दल गैर राजनीतिक की पूर्व एमएलसी ओमप्रकाश शर्मा और निर्दलीय समूह की कमान राज बहादुर सिंह चंदेल व पूर्व एमएलसी चेतनारायण सिंह के हाथ थी। 2020 के चुनाव में भाजपा ने पुराने और मंझे खिलाड़ी ओमप्रकाश शर्मा, चेत नारायण सिंह और संजय मिश्रा को शिकस्त देकर सदन से बाहर कर दिया।
आगरा में त्रिकोणीय संघर्ष में हेमसिंह पुंडीर भी चुनाव हार गए। इस चुनाव के शुक्रवार को आए नतीजों में भाजपा ने झांसी- प्रयागराज सीट शर्मा गुट के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी से छीन ली।
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