शिक्षक-शिक्षिकाएं बच्चों के साथ बनाएं बेहतर व्यवहार, बेसिक शिक्षा मंत्री ने रखी अपनी बात
लखनऊ । बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा है कि लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सकारात्मक रहना जरूरी है। शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का बच्चों के साथ बेहतर व्यवहार होना चाहिए। उन्हें सकारात्मक सोच रखते हुए बच्चों को शिक्षा प्रदान करनी चाहिए।
वह गुरुवार को इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा आयोजित अभिप्रेरण एवं सकारात्मक चिंतन विषय पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षक बच्चों के लिए एक रोल मॉडल के रूप में होता है। लिहाजा शिक्षक एवं शिक्षिकाएं इस कार्यशाला के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए जो भी नई-नई जानकारी दी जा रही है, उसे ध्यान रखकर बच्चों को पढ़ाने का कार्य करे।
उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा में निरन्तर सुधारात्मक कार्य किए जा रहे है। सकारात्मक दिशा में कार्य करने के लिए ही इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। एससीईआरटी के नेतृत्व में कई डायटस बेहतर कार्य कर रहे है। पांच डायटस को सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स के रूप में विकसित करने की कार्रवाई की जा रही है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए सकारात्मक रहना जरूरी है। शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का बच्चों के साथ बेहतर व्यवहार होना चाहिए।
शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को सकारात्मक सोच रखते हुए बच्चों को शिक्षा प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश को निपुण प्रदेश बनाने के लक्ष्य को निर्धारित समय में पूरा किया जाए। इस अवसर पर राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की निदेशक डा. अंजना गोयल ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से जो जानकारी प्राप्त करें। अपर राज्य परियोजना निदेशक सम्रग शिक्षा मधुसूदन नागराज हुल्गी ने कहा कि डायट के द्वारा जो सामाग्री दी जाती है उसका अध्ययन शिक्षकों को करना चाहिए।
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