शिक्षकों की वरिष्ठता को लेकर उहापोह, बेसिक शिक्षा परिषद सचिव के निर्देशों का पालन नहीं
ज्येष्ठता सूची बनाने में छूट रहा पसीना! अलग अलग प्रारूपों में मांगी जा रही सूचना
ज्यादातर जनपदों में बेसिक शिक्षा विभाग अब तक प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत सहायक शिक्षकों की ज्येष्ठता सूची तैयार नहीं कर सका है। बिडंबना है कि जिले से लेकर ब्लाकों तक एक प्रारूप की बजाए अलग अलग प्रारूप तैयार कर सूचनाएं मांगी जा रही हैं। सूत्र बताते हैं कि हर दिन नया प्रारूप सामने आ रहा है।
ब्लॉकों में वरिष्ठता सूची तैयार करने में अफसरों का पसीना छूट रहा है। अब तक कई बार सूचनाएं मांगी जा चुकी हैं. इसके बावजूद सूची तैयार नहीं की जा सकी है। ज्ञात हो कि अनंतिम ज्येष्ठता सूची प्रकाशन की तिथि बढ़ाकर 6 मार्च कर दी गई है।
शिक्षकों की वरिष्ठता को लेकर गफलत
अन्तर जनपदीय तबादले से आए शिक्षकों को लेकर सही सूचना न मांगे जाने का आरोप लगाया जा रहा है। सचिव ने 19 फरवरी को आदेश जारी कर स्पष्ट रूप से कहा है कि एक स्थानीय क्षेत्र से दूसरे स्थानीय क्षेत्र में जाने वाले शिक्षकों की ज्येष्ठता स्थानान्तरण आदेश के दिनांक से अवधारित की जाएगी। आदेश की तिथि को यह शिक्षक स्थानान्तरित क्षेत्र में सबसे जूनियर माने जाएंगे। इसके बावजूद कार्यभार ग्रहण तिथि को आधार बनाया जा रहा है।
कहीं प्रारूप तो कहीं गूगल फार्म
किसी ब्लॉक में कई प्रारूप जारी किए गए किसी में गूगल फार्म जरिए सूचना मांगी जा रही है। सूत्र बताते हैं कि इसके बावजूद अन्तर्जनपदीय तबादले वाले बिन्दु पर गलत सूचना ली जा रही है।
परिषद सचिव के ये हैं निर्देश
किसी संवर्ग में किसी अध्यापक की ज्येष्ठता मौलिक रूप से उसकी नियुक्ति के दिनांक से अवधारित की जाएगी, दो या अधिक व्यक्ति एक ही दिनांक को नियुक्त किए जाएं तो उनका ज्येष्ठता क्रम नियम 17 एवं नियम 18 में निर्दिष्ट सूची के अनुसार तय होगा, एक स्थानीय क्षेत्र यानी जिले से दूसरे स्थानीय क्षेत्र यानी जिले में स्थानांतरण के बाद शिक्षक का ज्येष्ठता में नाम, स्थानांतरण आदेश जारी किए गए दिनांक को उस स्थानीय क्षेत्र में जिसमें तबादला किया गया है, सम्बन्धित श्रेणी के शिक्षकों की सूची में सबसे नीचे होगा । विधिमान्य कारणों के बिना कार्यभार ग्रहण न करने वाले शिक्षक अपनी ज्येष्टंता खो सकते हैं। कारण विधिमान्य है या नहीं, इसका निश्चय नियुक्त प्राधिकारी द्वारा किया जाएगा।
कैसे बन सकेगी बेसिक शिक्षकों की ज्येष्ठता सूची? हर ब्लॉक और हर जिले में अलग अलग मानकों और फॉर्मेट पर मांगी जा रही सूचनाएं।
प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की प्रमोशन प्रक्रिया जल्द पूरे होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। कारण यह है ज्येष्ठता सूची बनाने के मानक तय नहीं हो सके हैं। जिम्मेदारों के मध्य भी मौलिक नियुक्ति कब से मानी जाए इसके कोई स्पष्ट निर्देश व ज्ञान न होने के चलते मामला लटकता हुआ समझ आ रहा है। ऐसे में हर जिले में अलग अलग ब्लॉकों से अलग अलग मानकों पर जानकारियां मांगी जा रही है।
शासन ने इस बार ग्रीष्मावकाश तक शिक्षकों की प्रमोशन प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। इस पर ब्लॉकों से वहां पर तैनात शिक्षकों की ज्येष्ठता सूची मांगी गई है। यह प्रमोशन प्रक्रिया किस आधार पर अपनाई जाएगी, शिक्षकों की मौलिक नियुक्ति कब से मानी जाएगी इस पर जिम्मेदारों में ही संदेह बना हुआ है। जबकि कई बार समय सीमा बढ़ाते हुए बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं।
शिक्षकों में भी मानकों को लेकर हैं मतभेद
अपने लाभ को लेकर शिक्षकों में भी मानकों को लेकर मतभेद देखे जा रहे हैं । ऐसे में सूची ग्रीष्मावकाश तक शिक्षकों की प्रमोशन प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश बनने में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। देखना है ऐसे हालातों में इतने समय बाद शुरू हुई प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ती हैं।
✍️ PKM एडमिन टीम
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