परिषदीय बच्चों की परीक्षाओं में लापरवाही का आलम, पेपर में छपाई की गलतियों से लेकर कम संख्या में पेपर आने की हर जिले से आ रही सूचना
लखनऊ। परिषदीय परीक्षाओं में लगातार प्रश्न पत्र में गलत और अधूरे सवालों ने बच्चों के साथ बेसिक शिक्षकों को भी उलझा रखा है। हर प्रश्नपत्र में सवाल गलत और अधूरे पूछे गए। इससे बेसिक शिक्षकों में खासी नाराजगी है। प्रश्न पत्र बनाने व छापने के बाद बिना जांच के स्कूलों को दिए जाने से यह हालात उपजे हैं। प्राइमरी और जूनियर परीक्षा के प्रश्न पत्रों में लगातार गलतियां निकल रही हैं।
दूसरी तरफ कम संख्या में पेपर स्कूलों में पहुंचने से भी बेसिक शिक्षकों का काम बढ़ गया है, कई जगहों पर तो शिक्षकों को बोर्ड में पेपर को भी लिखने की सूचनाएं मिली हैं। प्राइवेट प्रिंटर्स की लापरवाही बच्चो पर भारी पड़ रही है।
इन सब मामलों में शिक्षकों द्वारा की गई शिकायतों को भी कोई सुनने वाला कोई नहीं है। सभी जिम्मेदारों ने न इसका संज्ञान लिया और न ही कोई निर्णय दिया है। कुलमिलाकर पिछले सालों की कमियों को दूर करने के बजाय एक और साल उन्हीं गलतियों के जरिए पूरा हुआ। शिक्षको के अनुसार परिषदीय बच्चों के भविष्य को लेकर यह रवैया बहुत निराशाजनक है।
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