अब उच्च शिक्षा निदेशालय का कैंप ऑफिस लखनऊ में खोलने की तैयारी
प्रयागराज : उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ ले जाने के प्रस्ताव का विरोध होने के बाद निदेशालय का कैंप ऑफिस प्रदेश की राजधानी में खोले जाने की तैयारी चल रही है। उच्च शिक्षा मंत्री की 13 मार्च को प्रस्तावित बैठक में इस मुद्दे को चर्चा के लिए एजेंडे में शामिल किया गया है।
पिछले दिनों शासन से पत्र जारी कर उच्च शिक्षा निदेशक से प्रस्ताव मांगा गया था कि निदेशालय को लखनऊ शिफ्ट किया जाए। इस प्रस्ताव का निदेशालय कर्मियों ने जमकर विरोध किया, जिसके बाद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को बयान जारी कर स्पष्ट करना पड़ा कि उच्च शिक्षा निदेशालय का मुख्यालय प्रयागराज में ही रहेगा और किसी भी सूरत में इसे शिफ्ट नहीं किया जाएगा।
फिलहाल, उच्च शिक्षा निदेशालय को पूरी तरह से लखनऊ शिफ्ट किए जाने की प्रक्रिया तो स्थगित कर दी गई, लेकिन अब निदेशालय का कैंप ऑफिस लखनऊ में खोले जाने की तैयारी चल रही है। उच्च शिक्षा मंत्री की 13 मार्च को प्रस्तावित समीक्षा बैठक में इस प्रस्ताव पर निर्णय होने की उम्मीद है। बैठक के एजेंडे में इसे शामिल किया गया है और इस पर चर्चा होनी है.
निदेशालय का कैंप ऑफिस लखनऊ में खुलने के बाद निदेशक वहां भी बैठेंगे। इसके साथ ही कुछ कर्मचारियों को भी कैंप ऑफिस में तैनात किया जाएगा। कर्मचारियों का आरोप है कि कैंप ऑफिस लखनऊ में खोलने के बहाने निदेशालय को लखनऊ ले जाने की तैयारी है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय का कैंप ऑफिस भी लखनऊ में है और निदेशक वहीं बैठते हैं.
इसी तरह उच्च शिक्षा निदेशालय का कैंप ऑफिस भी लखनऊ में खुलने के बाद निदेशक वहां नियमित रूप से बैठने लगेंगे और प्रयागराज स्थित उच्च शिक्षा निदेशालय का महत्व कम रह जाएगा। कर्मचारियों को भी फाइलें लेकर बार-बार लखनऊ दौड़ना पड़ेगा और शासकीय कार्यों में भी अनावश्यक रूप से विलंब होगा।
लखनऊ में खुलेगा उच्च शिक्षा निदेशक का कैंप ऑफिस
उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रयागराज से लखनऊ ट्रांसफर नहीं कर पाने पर शासन के अधिकारियों ने अपनी रणनीति बदल दी है। अब माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की तरह उच्च शिक्षा निदेशालय का कैंप कार्यालय लखनऊ में खोलने की तैयारी है। 13 मार्च को उच्च शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में होने जा रही बैठक में उच्च शिक्षा का कैंप कार्यालय लखनऊ में खोलने पर भी चर्चा होगी। हालांकि उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रयागराज से लखनऊ शिफ्ट करने का विरोध कर रहे कर्मचारी इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
गौरतलब है कि 30 दिसंबर 2022 को विशेष सचिव डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा ने उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ शिफ्ट करने का प्रस्ताव मांगा था, जिसके बाद कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा था। कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को हस्तक्षेप करना पड़ा। जिसके बाद डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र ने छह जनवरी को सफाई दी थी कि उच्च शिक्षा निदेशालय को पूर्ण रूप से लखनऊ में स्थापित करने का कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। इस घटनाक्रम के दो महीने भी नहीं बीते हैं कि कैंप कार्यालय स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
उच्च शिक्षा : लिपिकों का कैडर एक करने को लेकर उपजा आक्रोश
13 मार्च की प्रस्तावित बैठक में उच्च शिक्षा निदेशालय, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय, राजकीय महाविद्यालय एवं राजकीय पब्लिक लाइब्रेरी प्रयागराज के समूह ग के लिपिकों का कैडर एक करने पर भी विचार-विमर्श होगा। इसे लेकर कर्मचारियों में आक्रोश है। शिक्षा निदेशालय मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के मंत्री प्रदीप सिंह ने इसका विरोध किया है।
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