डीएलएड (बीटीसी) प्रशिक्षण 2023 सत्र में प्रवेश की तैयारियां शुरू हो गई है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) की 10600 और निजी कॉलेजों की 206000 कुल 216600 सीटों पर प्रवेश के लिए सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। खास बात यह है कि इस साल डीएलएड प्रवेश की काउंसिलिंग बीएड के तर्ज पर कराई जाएगी। जिस प्रकार बीएड में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों को हर चरण में काउंसिलिंग का अवसर मिलता है। उसी प्रकार से डीएलएड में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क देने के बाद मौका दिया जाएगा। पहले डीएलएड में एक बार सीट एलॉटमेंट के बाद अभ्यर्थी को अगले चक्र की काउंसिलिंग में मौका नहीं मिलता था।
मनपसंद कॉलेज एलॉट नहीं होने पर यदि अभ्यर्थी प्रवेश नहीं लेता था तो उसके प्रवेश के रास्ते बंद हो जाते थे। प्रवेश प्रक्रिया में सुधार को लेकर निजी कॉलेजों की ओर से अनुरोध किया गया था, ताकि प्रवेश लेने वाले प्रशिक्षुओं की संख्या बढ़ सके और डीएलएड में प्रवेश की संख्या कम होने से निजी कॉलेज सर्वाधिक चिंतित हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने इस संबंध में प्रस्ताव भेज दिया है। रजिस्ट्रेशन शुल्क लेकर हर काउंसिलिंग में मौका दिया जाएगा। डायट की 10600 व निजी कॉलेजों की 206000 सीटों पर पहले मौका नहीं मिलता था जो अब दिया जाना है। इसी काउंसिलिंग के आधार पर कॉलेज में सीट एलॉटमेंट होगा।
सभी चरणों के दाखिले के बाद शुरू होगी ट्रेनिंग
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने प्रशिक्षण को लेकर भी बदलाव का सुझाव दिया है। पहले तीन-चार चरणों में जैसे-जैसे प्रवेश होता जाता था वैसे-वैसे ट्रेनिंग भी शुरू होती जाती थी। इसके बाद प्रवेश लेने वाले प्रशिक्षुओं को दिक्कत होती थी। अब सभी चरणों के प्रवेश होने के बाद एकसाथ प्रशिक्षण शुरू करने का प्रस्ताव है।
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