चैटबॉट एप से घर बैठे कर सकेंगे पढ़ाई, हर स्कूल में लगेगा एप का QR कोड
माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ाई का प्रारूप बदला जा रहा है। अन्य बोर्ड की तरह यूपी बोर्ड ने चैटबॉट प्रोग्राम शुरू किया है। जिसके तहत विद्यार्थियों को इस एप के जरिए वीडियो लाइब्रेरी और सवाल- जवाब आदि की सुविधा भी मिलेगी।
उच्च शिक्षा विभाग की तरह ही माध्यमिक शिक्षा विभाग शैक्षिक सत्र 2023-24 में कक्षा 9 से 12 वीं तक के विद्यार्थियों को घर पर भी पढ़ाई का विकल्प देने की तैयारी में है। विभाग ने इस क्रम में चैटबॉट सुविधा शुरू की है। विद्यार्थियों के अनुसार घर पर पढ़ाई के लिए चार चैटबॉट बनाए हैं, जो कि एक एप में उपलब्ध होंगे। जिसके जरिए विद्यार्थियों को निपुण भारत प्रश्नोत्तरी, मैथ्स प्रैक्टिस वीडियो लाइब्रेरी की सुविधा मिलेगी।
इसके अलावा विद्यार्थी सवाल-जवाब भी कर सकेंगे। इस एप में विद्यार्थियों को हिंदी और अंग्रेजी माध्यम चुनने का विकल्प भी मिलेगा।
हर स्कूल में लगेगा एप का क्यूआर कोड
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने डीआईओएस पर जिले में एप के प्रति शिक्षकों व विद्यार्थियों को जागरूक करने व उनका भागीदारी बढ़ाने की जिम्मेदारी दी है। हर स्कूल में एप के क्यूआर कोड को प्रिंट करके लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि विद्यार्थी एप का लाभ उठा सकें।
चैटबॉट के जरिए माध्यमिक शिक्षा विभाग चालू शैक्षिक सत्र में ही देगा सुविधा, पठन-पाठन से लेकर सवाल पूछने तक की होगी व्यवस्था
लखनऊ। प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग की तरह ही माध्यमिक शिक्षा विभाग चालू शैक्षिक सत्र 2023- 24 में अपने विद्यार्थियों को चैटबॉट के जरिए घर पर पढ़ाई करने की सुविधा देगा। इसमें पठन-पाठन से लेकर वीडियो लाइब्रेरी और सवाल पूछने तक की भी व्यवस्था होगी।
कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा पर काफी जोर दिया गया था। बाद में यह विद्यार्थियों के व्यवहार में शामिल हो गया है। वर्तमान में स्कूल-कॉलेजों में भी डिजिटल शिक्षा पर काफी ध्यान दिया जा रहा है। इसी क्रम में चैटबॉट की सुविधा शुरू की जा रही है। विभाग के अनुसार घर पर पढ़ाई के लिए चार चैटबॉट बनाए गए हैं, जो एक ही एप में उपलब्ध होंगे। इसमें निपुण भारत प्रश्नोत्तरी, मैथ्स प्रैक्टिस, वीडियो लाइब्रेरी और सवाल पूछने की भी सुविधा होगी।
निपुण भारत प्रश्नोत्तरी में बच्चे हर सप्ताह कक्षा में पूरे हुए पाठ पर आधारित सवालों का अभ्यास कर सकेंगे। इसमें विद्यार्थी अपने स्कूल का कोड आदि जानकारी देनी होगी। इसी तरह गणित को आसान करने के लिए इससे जुड़ी प्रैक्टिस होगी। इसमें विद्यार्थी पहले हिंदी या अंग्रेजी एक माध्यम चुनना होगा। फिर टॉपिक चुनकर उसके सवालों का हल कर तैयारी कर सकेंगे।
इसी क्रम में विद्यार्थी वीडियो लाइब्रेरी में अपना नाम और क्लास देकर अपनी क्लास से जुड़े वीडियो कंटेंट प्राप्त कर सकेंगे। अगर उन्हें कोई टॉपिक क्लास में नहीं समझ आई तो वे वीडियो के जरिए समझ सकेंगे। इसी तरह वे इस एप पर किसी तरह की जिज्ञासा होने पर सवाल भी पूछ सकेंगे, जिसका विशेषज्ञ व शिक्षक जवाब देंगे।
हर स्कूल में एप का लगेगा क्यूआर कोड
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने कहा कि सभी डीआईओएस पर जिले में एप के प्रति शिक्षकों व विद्यार्थियों को जागरूक करने व उनका भागीदारी बढ़ाने की जिम्मेदारी होगी। हर स्कूल में एप का क्यूआर कोड को प्रिंट करके लगवाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि बच्चे इसे स्कैन करके एप का लाभ उठा सकें।
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