संस्कृत विद्यालयों में दो चरणों में होगा प्रवेश, फरवरी में बोर्ड परीक्षा
प्रवेश का पहला चरण अप्रैल और दूसरा जुलाई में
गर्मी की छुट्टी 21 मई से 30 जून तक
लखनऊ। प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों में विद्यार्थियों का नामांकन बढ़ाने के लिए नए सत्र 2023-24 में दो चरणों में प्रवेश कराया जाएगा। जबकि बोर्ड परीक्षा फरवरी में प्रस्तावित की गई है। इसके साथ ही विद्यार्थियों को सप्ताह में एक दिन लाइब्रेरी में समय देने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद ने नए सत्र का शैक्षिक कैलेंडर का जारी कर दिया है। प्रवेश का पहला चरण एक से 30 अप्रैल तक चलेगा।
15 अप्रैल तक पठन- पाठन शुरू दिया जाएगा। एक से 20 मई तक सीखी गई विषयवस्तु की पुनरावृत्ति की जाएगी, जबकि 21 मई से 30 जून तक गर्मी की छुट्टी होगी। प्रवेश का दूसरा चरण एक से 15 जुलाई के बीच होगा। इसी क्रम में पूर्व मध्यमा में आंतरिक मूल्यांकन अगस्त, अक्तूबर व जनवरी में होगा। तिमाही परीक्षा सितंबर और छमाही नवंबर माह में होगी।
शिक्षक अभिभावक संघ की बैठक सात मई और सात दिसंबर को होगी। प्री-बोर्ड जनवरी में और वार्षिक परीक्षाएं फरवरी में प्रस्तावित की गई हैं। प्रायोगिक परीक्षा एक से 14 फरवरी तक लिखित परीक्षा 15 फरवरी से 10 मार्च तक होगी। मूल्यांकन 20 से 30 मार्च तक होगा और परिणाम अप्रैल 2024 में जारी होगा। इसके अलावा प्रत्येक विद्यालय में पर्यावरण क्लब का भी गठन किया जाएगा।
बच्चों से पौधरोपण कराकर उनको पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाएगा। बच्चों को जल संरक्षण व स्वच्छता के लिए भी जागरूक किया जाएगा। निर्वाचन साक्षरता क्लब के माध्यम से पूर्व मध्यमा से उत्तर मध्यमा तक के विद्यार्थियों को निर्वाचन से जुड़ी प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी। हर विद्यालय में स्काउट एंड गाइड के दल का गठन किया जाएगा।
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