DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Wednesday, May 10, 2023

आधार न बनने से करीब सवा करोड़ बच्चे पोषाहार से वंचित, तीन साल से खाते में पड़ी राशि, फिर भी नहीं खरीदी गई आधार किट

आधार न बनने से करीब सवा करोड़ बच्चे पोषाहार से वंचित

तीन साल से खाते में पड़ी राशि, फिर भी नहीं खरीदी गई आधार किट


लखनऊ। राज्य पोषण मिशन की लापरवाही से करीब सवा करोड़ बच्चे पोषाहार से वंचित हैं। केंद्र सरकार से तीन वर्ष पूर्व 20 करोड़ रुपये मिलने के बाद भी पोषण मिशन ने अब तक आधार किट नहीं खरीदी है। दरअसल, लाभार्थियों की संख्या में घालमेल कर अधिक पोषाहार का आवंटन कराने और बाजार में बेचने की शिकायतें मिलने पर विभाग ने नई व्यवस्था कर दी है। 


अब पोषाहार उसी बच्चे को मिलेगा, जिनके परिवार में किसी एक सदस्य के पास आधार होगा। आधार न होने की स्थिति में उसका आधार पर पंजीकरण होना अनिवार्य है। इसके लिए सरकार ने सभी सीडीपीओ दफ्तरों को 897 आधार किट खरीदने के लिए तीन साल पहले ही 20 करोड़ रुपये जारी किए थे। यह किट प्रत्येक ब्लॉक के लिए खरीदी जानी थी। इसके बावजूद पोषण मिशन ने इसे नहीं खरीदा। अब आधार न होने की वजह से इनका पोषाहार भी बंद हो सकता है।


राज्य पोषण मिशन निदेशक कपिल सिंह ने बताया कि जेम पोर्टल से आधार किट खरीदने को लेकर कुछ बिंदुओं पर पेच फंसा था। अब उसे दूर कर किट की खरीद शुरू कर दी गई है। कुछ केंद्रों पर तो किट पहुंच भी गई है। 


No comments:
Write comments