समस्याओं का निस्तारण 27 मई तक न होने पर RSM ने दी
आंदोलन और धरना प्रदर्शन की चेतावनी
शैक्षिक महासंघ ने अंर्तजनपदीय व जिले के अंदर तबादला करने, चिकित्सा सुविधा देने की मांग की
लखनऊ। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश (प्राथमिक संवर्ग) की ओर से शिक्षक समस्याओं का निराकरण होने पर नाराजगी है। संघ ने कहा है कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद को पूर्व में ज्ञापन दिया गया था इसके बाद भी कार्यवाही नहीं हुई। संघ ने कहा है कि यदि शिक्षकों की मांगों पर 27 मई तक कार्रवाई न हुई तो वे आंदोलन और धरना- प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
संगठन के प्रदेशीय महामंत्री भगवती सिंह ने कहा है कि बेसिक शिक्षकों के अंर्तजनपदीय स्थानान्तरण, इसकी पारदर्शी व स्थायी नीति लागू करने, केंद्र की भांति उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भी पेंशन मेमोरेंडम जारी करने, परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों को प्रताड़ित न करने, परिषदीय शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने की मांग प्रमुख है।
इसके अलावा प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र मिश्र ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में वीडियो कॉल / वॉयस कॉल के माध्यम से ऑनलाइन निरीक्षण आदेश को रद्द करने के लिए ज्ञापन दिया गया है। इन मांगों पर ना तो कोई कार्यवाही की गई और ना ही संगठन को औपचारिक रूप से इसके बारे में जानकारी दी गई। समस्याओं का निस्तारण न करने से शिक्षकों में व्यापक आक्रोश है। जल्द ठोस कार्रवाई न होने पर शिक्षक आंदोलन के लिए बाध्य हैं।
विभिन्न ज्ञापनों पर प्रभावी कार्यवाही न होने एवं संगठन को सूचित न किए जाने से आक्रोशित "राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ" ने दी धरना प्रदर्शन की चेतावनी।
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