यूपी का ब्रांड बनेंगे अटल आवासीय स्कूल, भव्य होगा जुलाई में होने वाला उद्घाटन समारोह
-सामाजिक न्याय के मॉडल के रूप में पेश करेगी सरकार
-छह साल में मजदूरों के 18 हजार बच्चे इन स्कूलों से निकलेंगे
लखनऊ। ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट) की तर्ज पर अटल आवासीय विद्यालय भी देश में ब्रांड बनेंगे। प्रदेश सरकार उन्हें सामाजिक न्याय के मॉडल के रूप में पेश करेगी। यूपी पहला ऐसा राज्य है, जिसने मजदूरों के बच्चों को मुफ्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का प्रबंध किया है। वो भी आलीशान स्कूल भवनों में जहां पढ़ाई के साथ ही उनके शारीरिक व मानसिक विकास का इंतजाम होगा। इन स्कूलों के उद्घाटन समारोह को भी बहुत भव्य करने की तैयारी की जा रही है।
अटल आवासीय विद्यालय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। निर्माण श्रमिकों के बच्चे इन स्कूलों में छठवीं से 12वीं तक की मुफ्त शिक्षा लेंगे। प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों पर बनाए गए इन स्कूलों में से प्रत्येक में 1000 बच्चे पढ़ेंगे। स्कूलों के भवन भी निजी स्कूलों की तर्ज पर शानदार बनाए गए हैं। फर्नीचर, स्कूल ड्रेस सहित हर चीज की गुणवत्ता पर उच्च स्तर से नजर रखी जा रही है। प्रधानाचार्यों की नियुक्ति पहले ही हो चुकी है, इन दिनों हर स्कूल में 11 शिक्षक रखे जा रहे हैं। जुलाई से 18 में से 16 स्कूल शुरू हो जाएंगे। मुरादाबाद और बरेली के स्कूलों के बच्चे नये सत्र में फिलहाल बुलंदशहर और लखनऊ के अटल स्कूलों में पढ़ेंगे। अगले चरण में जिलों में भी पीपीपी मोड पर खोलने की योजना है।
पलायन करने वालों के थमेंगे कदम
अगले छह साल में मजदूरों के 18 हजार बच्चे इन स्कूलों से पढ़कर निकलेंगे। श्रम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह बच्चे यूपी की प्रगति में भागीदारी निभाएंगे। प्रदेश सरकार की इस पहल से पलायन पर भी रोक लगेगी। यही कारण है कि यूपी अब इन स्कूलों को देश के सामने एक नजीर के रूप में पेश करेगा। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने श्रम विभाग के अधिकारियों और मंडलायुक्तों को इन अटल आवासीय स्कूलों से जुड़े हर काम में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ओडीओपी की तरह यह स्कूल भी यूपी के ब्रांड बनेंगे। उसी तरह इनकी ब्रांडिंग की जाए। जुलाई में सीएम योगी इन स्कूलों का उद्घाटन करेंगे। इस उद्घाटन समारोह को भव्य बनाने को कहा गया है।
अटल आवासीय विद्यालय : हर विद्यालय में 11 अध्यापक, जुलाई में भव्य शुभारंभ की तैयारी
लखनऊ। प्रदेश के सभी 18 मंडलों में प्रधानाचार्य तो नियुक्त कर दिए गए हैं पर अब भी तक शिक्षकों की तैनाती नहीं हो पाई है। इसके लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों का सहारा लिया जा रहा है। उनकी भर्ती की जा रही है जिसके लिए इंटरव्यू शुरू हो गए हैं।
अटल आवासीय विद्यालयों की 1440 सीटों के लिए 8169 बच्चे प्रवेश परीक्षा दे रहे हैं। प्रत्येक विद्यालय में 80 सीटे हैं जिनमें 40 छात्र और 40 छात्राओं के लिए रखी गई हैं। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने बैठक लेकर कहा कि विद्यालयों में सत्र शुभारंभ की भव्य तैयारियां करें।
सीएम जुलाई में किसी भी दिन इसका शुभारंभ कर सकते हैं। दरअसल इन विद्यालयों में अन्य विद्यालयों से प्रधानाचार्यों को भेजकर तैनाती कर दी गई है पर अभी तक शिक्षक तैनात नहीं हुए हैं। उप श्रमायुक्त शमीम अख्तर के मुताबिक सभी में फिलहाल सेवानिवृत्त शिक्षकों को तैनात किया जा रहा है।
उधर मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहा है कि जिन विद्यालयों में अभी काम पूरा नहीं हुआ है वहां तेजी से काम पूरा करें। बरेली और मुरादाबाद में विद्यालय का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में बरेली के छात्रों को निर्माण पूरा होने तक लखनऊ तथा मुरादाबाद के छात्रों को मेरठ के बुलंदशहर के विद्यालय में शिफ्ट किया जाएगा।
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