शिक्षकों की घर वापसी में बाधा बनी पोर्टल पर दी गई गलत जानकारी, दर्शाई गई रिक्त पदों की संख्या और असल में रिक्त पदों में जमीन-आसमान का अंतर
शिक्षकों ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर सूची दुरुस्त कराने की मांग की
सहारनपुर। वर्षों से अन्य जनपदों में तैनात शिक्षकों की घर वापसी में पोर्टल पर दर्शाई गई गलत जानकारी बाधा बन रही है। शिक्षकों का आरोप है कि पोर्टल पर डाली गई सूची में दर्शाई गई रिक्त पदों की संख्या और असल में रिक्त पदों में जमीन-आसमान का अंतर है।
कलक्ट्रेट पहुंचे शिक्षकों ने बताया कि पोर्टल पर डाली गई सूची में सहारनपुर में उच्च प्राथमिक विद्यालयों सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों की संख्या शून्य दर्शाई गई है, जबकि विभाग से प्राप्त सूची में 311 पद खाली हैं। ऐसे में यदि कोई उक्त पदों के लिए आवेदन करना चाहे तो नहीं कर सकता।
प्राथमिक विद्यालयों में 70 पद रिक्त दिखाए गए हैं, जबकि विभाग से प्राप्त सूची में 1,348 पद रिक्त हैं। उन्होंने बताया कि 42 जनपदों में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों की संख्या शून्य दर्शाई गई है।
इससे साबित होता है कि पूरी सूची में गड़बड़ी है। उन्होंने बताया कि वह इस संबंध में सांसद और विधायकों से मिलकर भी अपनी बात रखेंगे।
इस दौरान विशाल कुमार लांबा, अरुण कुमार, सौतम सिंह, टीटू सिंह, ओमवीर, सतबीर कुमार, वीरेंद्र पंवार, मनीष चौहान, रविंद्र, रजनीश कुमार, अवनीश और नदीम खान आदि शामिल रहे।
कुछ शिक्षक जिलाधिकारी और हमसे मिले हैं। शिक्षकों का कहना है कि पोर्टल पर डाली गई सूची में रिक्त पदों की संख्या गलत दर्शाई गई है, जबकि असल में सैकड़ों की संख्या में पद रिक्त हैं। विद्यालयों में रिक्त पदों की पूरी संख्या मानव संपदा पोर्टल पर उपलब्ध है। जो सूची स्थानांतरण के लिए पोर्टल पर डाली गई है उसमें कैसे गड़बड़ी हुई है यह शासन स्तर का मामला है। हम अपने स्तर से शिक्षकों की बात शासन तक बात पहुंचाने का प्रयास करेंगे। - अंबरीष कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
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