आवेदक और उससे जुड़े असाध्य रोगियों को भी बुला रहे अस्पताल, बेसिक शिक्षा विभाग में अंतर्जनपदीय तबादला प्रक्रिया का हाल
लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग में सालों बाद शुरू हुई तबादला प्रक्रिया को लेकर शिक्षकों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। कुछ जिलों में तो असाध्य रोग के तहत आवेदन करने वाले शिक्षकों को अपने परिजनों के साथ अस्पताल में बुलाया जा रहा है। हालांकि यह नियमानुसार नहीं है।
विभाग की ओर से चल रही तबादला प्रक्रिया में शिक्षक व उसके परिजन यदि असाध्य गंभीर रोग से ग्रसित हैं तो इसके लिए 20 अंक का भारांक दिए जाने की व्यवस्था है। इस वजह से तबादले के आवेदन में काफी शिक्षकों ने इससे जुड़े कागजात नियमानुसार इनके मेडिकल दस्तावेजों का सीएमओ की ओर से नामित प्रतिनिधि की उपस्थिति में परीक्षण किया जाना है। लेकिन कुछ जिलों में बाकायदा विज्ञापन जारी कर संबंधित शिक्षक को आवश्यक दस्तावेज व संबंधित सदस्य को लेकर अस्पताल में बुलाया जा रहा है।
मामले में बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने कहा कि यह नियमतः गलत है। शिक्षकों की ओर से लगाए गए प्रमाण पत्रों का सत्यापन करना है। इसे जहां से जारी किया गया है, वहां का मेडिकल सुपरिटेंडेंट सत्यापित करेगा और सीएमओ काउंटर साइन करेगा। अगर इसके बाद भी कागजात संदिग्ध लग रहे हैं तो परिषद से अनुमति लेकर आगे की कार्यवाही करनी है। किसी को अस्पताल में बुलाया गया तो इसकी जांच की जाएगी।
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