बेसिक शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली से शिक्षक पशोपेश में, शिक्षक असमंजस में पहले पदोन्नति लें कि तबादला 🤔
जिले के अंदर और बाहर स्थानांतरण व पदोन्नति एक साथ तीनों प्रक्रिया एक साथ शुरू होने से ऊहापोह
कई शिक्षकों के मुताबिक, एक ही समय पर एक से दूसरे जिले और जिले के अंदर परस्पर तबादले एक साथ शुरू कर दिए गए हैं। यह भी चर्चा है कि जल्द ही जिले के अंदर तबादले की भी प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इसे लेकर शिक्षकों में ऊहापोह है कि वह किसके लिए आवेदन करें।
🤔 जिले में ट्रांसफर हुए नहीं, अंतरजनपदीय के आवेदन मांगे
🤔 चार माह पहले शुरू हुई पदोन्नति प्रक्रिया अब तक नहीं हो पाई
लखनऊ। प्राइमरी स्कूलों के सहायक शिक्षकों की चार महीने में न तो पदोन्नति हुई और न ही जिले के भीतर तबादले व समायोजन। अब अन्तरजनपदीय तबादले के लिए आवेदन मांगे जाने का आदेश से शिक्षक पसोपेश में हैं कि वो पदोन्नति का लाभ लें या फिर दूसरे जिले में तबादले के लिए आवेदन करें।
फरवरी में प्राइमरी स्कूलों के सहायक शिक्षकों के पदोन्नति की कार्रवाई शुरू। बेसिक शिक्षकों से पहले ऑनलाइन ब्योरा मांगा गया फिर शैक्षिक प्रमाण पत्र समेत ब्योरा कई बार बीइओ कार्यालय में मांगा गया। इसके बावजूद बीएसए कार्यालय स्तर पर तैयार वरिष्ठता सूची बहुत से खामियां आयी। जिसमें वरिष्ठ सूची में सीनियर शिक्षक अपने जूनियर से पीछे हो गए हैं। अनुशासनात्मक कार्रवाई वाले व गैर जिले से आए शिक्षकों के नाम सूची में पहले। प्राइमरी स्कूलों के हेड मास्टर और जूनियर सहायक को सूची में शामिल कर लिया।
इन सबके लिए शिक्षकों ने आपत्तियां दर्ज कराईं। बीएसए ने करीब एक माह पहले पदोन्नति की सूची विभाग को सौंपी थी लेकिन अभी तक यह जारी ही नहीं हुई। शिक्षक पदोन्नति सूची आने का इंतजार कर रहे थे कि बेसिक शिक्षा विभाग अब पदोन्नति छोड़ अन्तरजनपदीय तबादले का आदेश जारी कर दिया है।
बेसिक शिक्षा : चार माह में प्रमोशन कर नहीं पाए और अब तबादले की कवायद शुरू 🤔
प्रयागराज। चार महीने की कवायद के बावजूद परिषदीय शिक्षकों के प्रमोशन में विफल बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अब जिले के अंदर और अंतर-जनपदीय तबादला व समायोजन की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पहले यह कहा जा रहा था कि प्रमोशन के बाद तबादले होंगे लेकिन वरिष्ठता सूची मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड होने के बाद से कोई निर्देश जारी नहीं हुए।
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