पीएमश्री योजना में यूपी को पहली किस्त में मिले 463 करोड़ रुपये, 928 विद्यालय होंगे योजना में उच्चीकृत, दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में जारी किया बजट
लखनऊ। प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएमश्री) योजना के तहत उत्तर प्रदेश के 928 विद्यालयों के लिए 463 करोड़ की पहली किस्त शनिवार को जारी कर दी गई। दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की तीसरी वर्षगांठ पर आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम के अवसर पर पीमश्री योजना के तहत बजट जारी किया गया है।
एनईपी की अवधारणा के अनुसार योजना के तहत चयनित प्रदेश के इन 928 विद्यालयों को उच्चीकृत किया जाएगा। योजना के तहत प्रदेश के 272 प्राथमिक विद्यालय, 570 उच्च प्राथमिक विद्यालय व 86 इंटर कॉलेज चयनित हैं। इन विद्यालयों में इस राशि से स्मार्ट क्लास, साइंस व मैथ्स लैब, डिजिटल लाइब्रेरी, पोषण वाटिका, खेलकूद की सुविधा और कौशल विकास से जुड़ी गतिविधियां शुरू की जाएंगी।
"पीएमश्री" योजना में यूपी के देश में सबसे अधिक चयनित स्कूल, प्रधानमंत्री 29 जुलाई को "पीएमश्री" योजनान्तर्गत प्रथम किस्त जारी करेंगे, जिससे स्कूलों को अत्याधुनिक बनाया जाएगा।
👉 "पीएम श्री" योजना के तहत बन रहे स्कूलों में बच्चों को मिलेंगी उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं। यूपी में प्राथमिक, कम्पोजिट व माध्यमिक स्तर के 928 स्कूलों का पीएम श्री योजना के तहत चयन किया गया है। #NEP2020 के तहत अत्याधुनिक अवस्थापना सुविधाओं से लैस किए जाएंगे "पीएम श्री" स्कूल।
👉 यूपी के 928 स्कूलों को "पीएमश्री" योजना के तहत चुना गया है। इसमें 272 प्राथमिक विद्यालय, 570 कम्पोजिट स्कूल और 86 माध्यमिक स्तर के स्कूल शामिल हैं।
👉 "पीएमश्री" स्कूलों में होने वाली सांस्कृतिक, शैक्षिक गतिविधियों में जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी होंगे शामिल। खण्ड शिक्षा अधिकारी व प्रधानाध्यापक के दिशा-निर्देशन में समस्त चयनित "पीएमश्री" स्कूलों में छात्र-छात्राओं व अभिभावकों के बीच आयोजित होंगी गतिविधियां।
👉 अन्तरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से सुसज्जित होंगे यूपी के "पीएमश्री" स्कूल। स्कूलों में बच्चों के लिए ICT लैब, साइंस लैब, स्मार्ट क्लास मौजूद होंगे। बच्चों का स्किल डेवलपमेंट किया जाएगा। लार्निंग बाई डूइंग से सीखेंगे छात्र। स्कूलों को ग्रीन स्कूल के रूप में डेवलप किया जाएगा।
पीएमश्री के पहले चरण में प्रदेश के 928 विद्यालय उच्चीकृत होंगे, चयनित स्कूलों में बनेंगी स्मार्ट क्लास व साइंस-मैथ्स लैब, शिक्षकों को भी आधुनिक शिक्षा के लिए किया जाएगा तैयार
लखनऊ। केंद्र की प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएमश्री) योजना के तहत पहले चरण में प्रदेश के 928 विद्यालय उच्चीकृत होंगे। उम्मीद है कि 29 जुलाई को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की तीसरी वर्षगांठ पर होने वाले कार्यक्रम में इसके लिए बजट भी जारी कर दिया जाएगा। राज्य स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
योजना के तहत प्रदेश के 1753 स्कूलों का चयन हुआ है। पहले चरण में 272 प्राथमिक विद्यालय, 570 उच्च प्राथमिक विद्यालय व 86 इंटर कॉलेज उच्चीकृत किए जाएंगे। केंद्र के प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (पीएबी) में इस पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। राज्य सरकार ने इसके लिए 1000 करोड़ की व्यवस्था की है।
योजना में चयनित स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को जमीनी हकीकत पर उतारने वाले क्रिया-कलापों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें प्रमुख रूप से स्मार्ट क्लास, साइंस व मैथ्स लैब, डिजिटल लाइब्रेरी, कंप्यूटर व लैंग्वेज लैब, पोषण वाटिका, झूले, ओपेन जिम की स्थापना प्रमुख हैं। कौशल विकास से जुड़ी गतिविधियां भी होंगी। शिक्षकों को भी प्रशिक्षित कर आधुनिक शिक्षा देने के लिए तैयार किया जाएगा।
हर विद्यालय को मिलेंगे 40 टैबलेट
पीएम श्री में चयनित इन 928 स्कूलों में अत्याधुनिक पठन- पाठन व्यवस्था पर फोकस होगा। योजना के तहत इन स्कूलों में 40-40 टैबलेट दिए जाएंगे, ताकि बच्चे आधुनिक तरीके से पढ़ाई कर सकें और शिक्षक डिजिटल कंटेंट प्राप्त कर सकें। पोषण वाटिका भी बनेगी, जो बच्चों के स्वास्थ्य पर फोकस करेगी। बच्चों को वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि जब वे यहां से निकलें तो वे रोजगार के लिए पूरी तरह से तैयार हों।
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