शिक्षामित्रों ने तानी मुट्ठी, नियमित करने, समायोजन की उठाई आवाज
शिक्षा मित्रों ने कई मांगों को लेकर मंगलवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में बीते 22 वर्षों से शिक्षण कार्य कर रहे हैं। इस समय लगभग 50 वर्ष की उम्र कर चुके हैं, पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं। महंगाई में परिवार की देखभाल करना मुश्किल हो रहा है।
सभी को दस हजार रुपये मानदेय 11 माह तक दिया जाता है। संघ मांग करता है कि मुख्यमंत्री हमारी समस्याओं को देखते हुए शिक्षा मित्रों को नियमावली में संशोधन करके पुनः समायोजित व नियमित किया जाए। नई शिक्षा नीति में शिक्षा मित्रों को भी सम्मिलित करते हुए उनका भविष्य सुरक्षित किया जाए। नियमितीकरण व समायोजन प्रक्रिया पूर्ण होने तक प्रदेश के शिक्षा मित्रों को 62 वर्ष जीवनयापन लायक वेतन दिया जाए। मृतक शिक्षा मित्रों के परिजनों को अहेतुक सहायता राशि व उनके आश्रितों को नियुक्ति दी जाए। शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर नियमित किया जाए। भविष्य की सुरक्षा को देखते हुए सितंबर में लखनऊ में शिक्षा मित्र सम्मान धरना-प्रदर्शन के लिए विवश होगा।
शिक्षामित्रों ने नियमितीकरण को काली पट्टी बांध पढ़ाया, समायोजन निरस्तीकरण के छह साल पूरे होने पर शिक्षामित्रों ने काली पट्टी बांधकर किया शिक्षण कार्य
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प्रयागराज : 25 जुलाई 2017 को सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्तीकरण के छह साल पूरे होने पर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ से जुड़े शिक्षामित्रों ने मंगलवार को काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया। शिक्षामित्रों ने अपने-अपने ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर दो मिनट मौन रखकर मृतक साथियों को श्रद्धांजलि दी।
मांग पत्र में नियमावली संशोधित कर शिक्षामित्रों की योग्यता पूरी कराते हुए नियमित समायोजन, समायोजन होने तक 62 वर्ष तक जीवन यापन योग्य वेतन या मानदेय देने, मृतक आश्रितों को नियुक्ति देने, टीईटी पास शिक्षामित्रों को नियमों में शिथिलता देते हुए सहायक अध्यापक पद पर नियमित करने की मांग की।
चेतावनी दी कि अगस्त तक उनकी मांगों पर सरकार ने उचित निर्णय नहीं लिया तो पांच सितंबर शिक्षक दिवस पर लखनऊ में आंदोलन करेंगे।
प्रदेश भर में काला दिवस मनाएंगे शिक्षामित्र, समस्याओं के निराकरण के लिए भेजेंगे ज्ञापन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ 25 जुलाई को प्रदेश भर में काला दिवस के रूप में मनाएगा। संघ सभी जिलों में जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम शिक्षामित्रों की समस्याओं के निराकरण के लिए ज्ञापन भेजेगा।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने बताया कि 25 जुलाई 2017 को शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त करने का निर्णय हुआ था। संघ तभी से हर वर्ष इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाता है।
सिंह ने कहा कि सरकार के इस निर्णय के बाद से ही शिक्षामित्रों की स्थिति दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है। सरकार उनका मानदेय बढ़ाने पर भी कोई ठोस निर्णय नहीं ले रही है।
उन्होंने कहा कि ज्ञापन देने के बाद सभी जिलों में जान गंवाने वाले शिक्षामित्र साथियों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की जायेगी। उन्होंने बताया कि काला दिवस कर्यक्रम व ज्ञापन देने का कार्यक्रम विद्यालय के समय दोपहर दो बजे के बाद किया जाएगा।
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