उप्र के लाखों बच्चों की जान खतरे में, हजारों परिषदीय स्कूलों के ऊपर से गुजरीं बिजली लाइनें, हटाने को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग और बिजली विभाग के बीच सालों से खींचतान
कानपुर : मध्य उप्र के 961 परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले 79 हजार बच्चों की जान खतरे में है। इन सभी स्कूलों के बीच से बिजली लाइनें गुजरी हैं। कई स्कूलों के ऊपर से हाईटेंशन गुजर रही है तो कई में बिजली विभाग ने ट्रांसफार्मर ही रख दिए हैं। स्कूलों के अंदर लगे हैंडपंपों में डाले गए सबमर्सिबल के लिए खींचे तार भी बेहद खतरनाक हैं।
मध्य उप्र के नौ जिलों 961 स्कूलों के अंदर से कहीं एलटी तो कहीं एचटी लाइन गुजर रही है। इन स्कूलों में 79 हजार पांच सौ से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। बच्चों के साथ इन स्कूलों में पढ़ाने वाले हजारों शिक्षक भी हमेशा खतरे में रहते हैं। स्कूलों से ऊपर से गुजरी बिजली की लाइनें हटाने के खर्च को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग और बिजली विभाग के बीच सालों से खींचतान चल रही है।
बिजली लाइनें हटाने के लिए शिक्षा विभाग से खर्च मांग रहा है, कई जिलों में तो बिजली विभाग ने इस्टीमेट तक शिक्षा विभाग को भेज चुका है। दोनों ओर से पत्राचार सालों से जारी है लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया। बेसिक शिक्षाधिकारी का एक ही जवाब है, विभागीय अधिकारियों को कई बार रिपोर्ट भेजी जा चुकी है और बिजली विभाग से पत्राचार किया जा रहा है। कई स्कूलों में शिक्षा विभाग ने खुद खतरा पैदा किया है, स्कूलों में हैंडपम्पों के अंदर सबमर्सिबल डाल दिए हैं लेकिन बिजली सप्लाई के लिए सुरक्षित इंतजाम नहीं हैं। मैदान में लगे हैंडपम्पों में सबमर्सिबल से पानी निकालने से कई बार इनमें करंट उतर आता है।
कहां कितने स्कूलों से गुजरी बिजली लाइन
जिला स्कूल बच्चे
हरदोई 163 15000
फतेहपुर 269 23000
इटावा 78 3000
फर्रुखाबाद 91 14000
कन्नौज 24 3000
कानपुर देहात 153 10000
उन्नाव 137 8000
औऱैया 35 3000
कानपुर नगर 11 500
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