- शिक्षा मंत्रालय इसके लिए ‘प्रयास योजना शुरू करने जा रहा
- NCERT ने योजना के लिए तैयार किया है दिशा-निर्देश
नई दिल्ली, । स्कूली छात्रों को वैज्ञानिक पद्धति और प्रयोगों से परिचित कराकर उन्हें अनुसंधान एवं खोज का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके लिए शिक्षा मंत्रालय प्रोमोशन ऑफ रिसर्च एटीट्यूड इन यंग एंड एस्पाइयरिंग स्टूडेंट (प्रयास) योजना शुरू करने जा रहा है।
10 अक्तूबर से होगी शुरुआत : राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने प्रयास योजना 2023-24 के लिए एक दिशा-निर्देश तैयार किया है। इसकी शुरुआत 10 अक्तूबर 2023 से होगी। ‘प्रयास के दिशा-निर्देश के अनुसार, इसका मकसद युवा छात्रों के बीच वैज्ञानिक चिंतन उत्पन्न करना और साक्ष्य आधारित विज्ञान प्रक्रिया कौशल, नवीनता और रचनात्मकता का विकास करना है। इसमें व्यक्तिगत रूप से या समूहों में अनुसंधान या खोज करने के लिए छात्रों में क्षमता विकास पर जोर दिया गया है।
वैज्ञानिक कारणों की पहचान होगी
दस्तावेज के अनुसार, इसमें किसी स्थानीय समस्या की पहचान कर उसका अध्ययन किया जाएगा। इसके पीछे के वैज्ञानिक कारणों की जांच करने एवं हल खोजने तथा किसी विचार, कल्पना या अवधारणा पर शोध करने पर जोर दिया गया है। ‘प्रयास के अंतर्गत स्कूली छात्रों और शिक्षकों के साथ उच्च शिक्षण संस्थानों के एक विशेषज्ञ की सहायता से किसी स्थानीय समस्या का हल करने या अनुसंधान आधारित समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।
कौन लेगा हिस्सा
इसमें भाग लेने वाले शिक्षार्थियों की आयु 14-18 वर्ष होनी चाहिए। उनका नौवीं से 11वीं कक्षा में अध्ययनरत होना अनिवार्य होगा। योजना के दस्तावेज के अनुसार, इसमें एक छात्र या अधिकतम दो छात्रों के समूह के साथ स्कूल के एक शिक्षक और किसी उच्च शिक्षण संस्थान के एक विशेषज्ञ शामिल हो सकते हैं। प्रति विद्यालय केवल एक प्रविष्टि पर विचार होगा। इस परियोजना की अवधि स्कूल में कार्यक्रम शुरू होने की तारीख से एक वर्ष के लिए है। प्रयास 2023-24 के लिए कार्यकाल का समय 10 अक्तूबर 2023 से शुरू होकर 9 अक्तूबर 2024 तक रहेगा।
50 हजार रुपये का प्रोत्साहन
दस्तावेज के अनुसार, प्रत्येक चयनित शोध प्रस्ताव के लिए कुल 50 हजार रुपये का प्रोत्साहन अनुदान किया जाएगा। इस राशि में से 10 हजार रुपये छात्र को दिए जाएंगे (दो छात्र होने पर 5-5 हजार)। इसमें से छात्रों को शोधकार्य करने में सुविधा देने के लिए स्कूलों को 20 हजार और उच्च शिक्षण संस्थान के विशेषज्ञ को 20 हजार रुपये दिए जाएंगे। परियोजना में स्कूल के एक विज्ञान शिक्षक को पूरे कार्यकाल के दौरान छात्रों को उनके शोध कार्य में मार्गदर्शन के लिए नियुक्त किया जाएगा। इसके लिए 20 सितंबर तक आवेदन किया जा सकेगा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद परियोजना 10 अक्तूर 2023 से प्रारंभ होगी।
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