डिग्री ही नहीं डिप्लोमा में भी संबद्धता अधूरी, पॉलीटेक्निक में एक साल पढ़ाई करा चुके कई संस्थानों की एनओसी भी फंसी
22 अगस्त से काउंसिलिंग प्रस्तावित, आगे बढ़ाई जा सकती है इसकी तिथि
लखनऊ : राजकीय, एडेड व निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में दाखिले के लिए जहां प्रवेश परीक्षा के नतीजे जारी हो चुके हैं, वहीं विद्यार्थियों से उनके पसंद के कॉलेजों का विकल्प भी लिया जा रहा है। लेकिन अब तक इंजीनियरिंग व फार्मेसी डिप्लोमा संस्थानों की संबद्धता प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। ऐसे में 22 अगस्त से प्रस्तावित काउंसिलिंग को भी आगे बढ़ाया जा सकता है।
पॉलीटेक्निक संस्थानों की संबद्धता को लेकर पिछले कुछ महीने से उठापटक चल रही है। निर्धारित मानक न पूरा करने वाले 427 संस्थानों की एनओसी निरस्त कर दी गई थी। दो दर्जन से ज्यादा संस्थान ऐसे भी हैं, जिनमें एक साल की पढ़ाई भी हो चुकी है। इनकी संबद्धता भी अब तक नहीं फाइनल हुई है। इनकी सूची भी संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। यह कहा गया है कि इन संस्थानों की नए सत्र 2023-24 में संवद्धता अभी लंबित है। ऐसे में ये कॉलेज
प्राविधिक शिक्षा परिषद और शासन के चक्कर काट रहे हैं। नए संस्थानों की भी संबद्धता फाइनल नहीं हो पाई है। जबकि ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के कैलेंडर के अनुसार संबद्धता प्रक्रिया 31 जुलाई तक हो जानी चाहिए थी। प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव अजीत कुमार मिश्र बताते हैं कि जिन संस्थानों के नवीनीकरण में कोई विधिक अड़चन नहीं थी, उनकी संबद्धता जारी कर दी गई है। कुछ पुराने संस्थानों और नए संस्थानों की संबद्धता पर निर्णय होना बाकी है। इसे जल्द जारी कर दिया जाएगा।
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