निजी मेडिकल व डेंटल कालेजों की फीस इस वर्ष भी नहीं बढ़ेगी, स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के छात्रों को राहत, लगातार दूसरे वर्ष नहीं की गई फीस में कोई बढोतरी
लखनऊ : निजी मेडिकल व डेंटल कालेजों में इस वर्ष भी स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी । यह लगातार दूसरा वर्ष है, जब फीस नहीं बढ़ाई जा रही है। शैक्षिक सत्र 2023-24 में एमबीबीएस, बीडीएस, एमडी व एमएस इत्यादि कोर्सेज में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों से वर्ष 2021- 22 में निर्धारित की गई फीस ही ली जाएगी। सरकार ने लगातार दूसरे वर्ष विद्यार्थियों को राहत दी है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से गुरुवार को फीस न बढ़ाए जाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। निजी मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस कोर्स में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को से ट्यूशन फीस अलग-अलग कालेजों में 10.77 लाख रुपये से अधिकतम 13.73 लाख रुपये होगी। इसके अलावा प्रति वर्ष डेढ़ लाख रुपये हास्टल शुल्क के देने होंगे और 85,600 रुपये विविध शुल्क भी देना होगा। एक बार तीन लाख रुपये सिक्योरिटी मनी भी दाखिले के समय जमा कराई जाएगी।
मेडिकल कालेजों में एमडी व एमएस के क्लीनिकल कोर्स के विद्यार्थियों की प्रति वर्ष ट्यूशन फीस 14.43 लाख रुपये से अधिकतम 25.09 लाख रुपये तक, पैथोलाजी से जुड़े कोर्स के विद्यार्थियों की 10.80 लाख से अधिकतम 13.68 लाख रुपये और नान क्लीनिक के छात्रों की आठ लाख से अधिकतम 9.77 लाख रुपये देने होंगे। प्रति वर्ष 1.75 लाख रुपये से तीन लाख रुपये तक हास्टल शुल्क और 1.28 लाख रुपये विविध शुल्क के होंगे। वहीं दाखिले के समय एक बार पांच लाख रुपये सिक्योरिटी मनी भी ली जाएगी।
प्राइवेट डेंटल कालेजों में बीडीएस कोर्स की प्रति वर्ष ट्यूशन फीस 2.93 लाख रुपये से अधिकतम 3.84 लाख रुपये लिए जाएंगे। 85 हजार से 1.05 लाख रुपये प्रति वर्ष हास्टल शुल्क और 40 हजार रुपये विविध शुल्क लिया जाएगा। वहीं दाखिले के समय एक बार तीन लाख रुपये सिक्योरिटी मनी के जमा करने होंगे। वहीं एमडीएस कोर्स की ट्यूशन फीस 5.42 लाख रुपये से अधिकतम 8.59 लाख रुपये ली जाएगी। वहीं 87 हजार रुपये से डेढ़ लाख रुपये प्रति वर्ष हास्टल शुल्क व एक लाख विविध शुल्क देना होगा। वहीं तीन लाख रुपये सिक्योरिटी मनी दाखिले के समय जमा कराई जाएगी।
No comments:
Write comments