राष्ट्रपति ने 75 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से किया सम्मानित, पीएम मोदी और शिक्षामंत्री ने भी किया संवाद
नई दिल्ली, शिक्षक दिवस के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को देशभर के 75 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार- 2023 से सम्मानित किया। दिल्ली के विज्ञान भवन में हुए कार्यक्रम में सभी शिक्षकों को पुरस्कार में 50 हजार रुपए नकद, प्रशस्ति पत्र और रजत पदक दिया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि हमारे शिक्षकों और छात्रों को चरक और सुश्रुत और आर्यभट्ट से लेकर चंद्रयान -3 तक विस्तृत ज्ञान इकट्ठा करना चाहिए, उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और देश के गौरवशाली भविष्य के लिए काम करना चाहिए। मेरा दृढ़ विश्वास है कि हमारे शिक्षक और छात्र मिलकर कर्तव्य काल में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से आगे ले जायेंगे। उन्होंने आगे कहा कि छात्रों को शिक्षा देने से ज्यादा जरूरी है प्यार देना। जब शिक्षक सराहना करते हैं या प्रोत्साहित करते हैं या दंडित करते हैं, तो छात्रों को सब कुछ याद रहता है। यदि उन्हें सुधारने के लिए दंडित किया जाता है, तो छात्रों को समय के साथ इसका एहसास होता है। इसलिए मेरा मानना है कि उन्हें शिक्षा देने से ज्यादा जरूरी है उन्हें प्यार देना।
हमारी शिक्षा नीति भारतीय संस्कृति और गौरव से जुड़ने को प्राथमिकता देती है। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने के लिए हर साल शिक्षक दिवस पर समारोह आयोजित करता है।
भविष्य निर्माण में शिक्षकों की भूमिका महत्त्वपूर्णः मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को शिक्षक दिवस पर बधाई देते हुए भविष्य के निर्माण में शिक्षकों की भूमिका की सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने प्रसिद्ध शिक्षाविद् और पूर्व राष्ट्रपति एस राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि शिक्षक हमारे भविष्य के निर्माण और प्रेरक सपनों में अहम भूमिका निभाते हैं।
शिक्षक दिवस पर हम उनके अटूट समर्पण और महान प्रभाव के लिए उन्हें सलाम करते हैं। डा एस राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि । मोदी ने सोमवार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के विजेताओं के साथ अपनी बातचीत का एक वीडियो भी साझा किया । उन्होंने उनसे अपने स्कूलों में देश के विभिन्न हिस्सों की संस्कृति और विविधता का जश्न मनाने का आग्रह किया था।
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