सर्वोदय विद्यालयों के संविदा शिक्षकों व कर्मचारियों का मानदेय हुआ दोगुना
लखनऊ : छह साल से अधिक समय से छठा वेतनमान के सापेक्ष मानदेय पा रहे सर्वोदय विद्यालय के संविदा शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए बृहस्पतिवार का दिन शुभ समाचार लेकर आया। लंबे समय से की जा रही उनकी मांग स्वीकार करते हुए राज्य सरकार ने सातवां वेतनमान के सापेक्ष मानदेय लागू कर दिया।
इससे मानदेय में डेढ़ से दोगुना बढ़ोतरी हो गई है। इसका लाभ करीब 1200 से ज्यादा कर्मचारियों को मिलेगा। इसी के साथ छठा वेतनमान के सापेक्ष मानदेय पा रहे अन्य विभागों के कर्मचारियों के लिए भी उम्मीद के रास्ते खुल गए हैं। समाज कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. हरिओम ने इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया।
राजकीय विभागों के संविदा कर्मचारियों ने सातवां वेतनमान के सापेक्ष मानदेय देने का प्रत्यावेदन दिया था। इस पर विचार करते हुए इस वर्ष छह मार्च को वित्त विभाग की मानदेय संबंधी संस्तुतियों पर फैसला लिया गया इसके मुताबिक समाज कल्याण विभाग के अधीन संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयों में संविदा पर कार्यरत शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से सातवें वेतनमान के सापेक्ष मानदेय लागू करने के निर्देश दिए गए। अभी एरियर के संबंध में कोई आदेश नहीं दिया गया है।
मानदेय में भी अप्रत्याशित वृद्धि
नए आदेश के साथ ही सर्वोदय विद्यालय के संविदा कर्मियों के मानदेय में भी अप्रत्याशित वृद्धि हो गई है। 379 संविदा प्रवक्ताओं को अभी तक 45,200 रुपये प्रति माह मिल रहा था, जिसे बढ़ाकर 67,592 रुपये किया गया है। सहायक अध्यापकों को लगभग 42,000 रुपये धनराशि मिल रही थी, जो बढ़कर 63,578 रुपये हो गई है।
इसी तरह संविदा पर कार्यरत 55 फार्मासिस्ट और नर्स का मानदेय 19,000 रुपये प्रतिमाह से बढ़कर 41,464 रुपये किया गया है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने इसे आधी-अधूरी खुशी बताते हुए विरोध किया। उन्होंने कहा कि समाज कल्याण विभाग में चिराग तले अंधेरा है।
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