चार सत्र के बाद डीएलएड की सीटें भरने की उम्मीद, बीएड को बाहर करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद डीएलएड में प्रवेश के लिए आवेदन की बाढ़ आई
प्रयागराज : डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (डीएलएड) में चार साल बाद सीटें फुल होने की उम्मीद है। प्राथमिक स्कूलों की शिक्षक भर्ती से बीएड को बाहर करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद डीएलएड में प्रवेश के लिए आवेदन की बाढ़ आ गई है। प्रवेश के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 अगस्त तक परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की वेबसाइट पर 5.09 लाख अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है।
इनमें से 3.38 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने फीस जमा की है। इनमें से 3,33,183 अभ्यर्थियों ने रविवार तक अंतिम रूप से आवेदन किया है। हालांकि अंतिम रूप से आवेदन पांच सितंबर तक स्वीकार होंगे। इस बार प्रदेश के 67 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) व सीटीई की 10600 और 2974 निजी कॉलेजों की 222750 कुल 233350 सीटों पर प्रवेश होना है।
उम्मीद जताई जा रही है कि सीटें भर जाएंगी। 2018 में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की ओर से बीएड को प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षक भर्ती में मान्य करने के बाद से डीएलएड का क्रेज घट गया था। 2018, 2019, 2021 व 2022 में आधी सीटें भी भरना मुश्किल हो गया था।
No comments:
Write comments