18 साल बाद भी शुरू नहीं हो सकी शिक्षकों की NPS कटौती
■ परिषदीय स्कूलों के 4619 शिक्षकों की नहीं हो रही कटौती
■ संबद्ध प्राइमरी- संस्कृत विद्यालय के शिक्षकों को भी घाटा
प्रयागराज। राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) लागू होने के 18 साल बाद भी दर्जनों शिक्षकों की कटौती शुरू नहीं हो सकी है। जिले के परिषदीय विद्यालयों में एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त 4619 शिक्षकों की एनपीएस कटौती शुरू न होने से उनको आर्थिक नुकसान हो रहा है।
वर्तमान में परिषदीय स्कूलों के कुल 9454 शिक्षक एनपीएस के दायरे में आते हैं। इनमें से केवल 4835 शिक्षकों की कटौती हो रही है जबकि 4619 शिक्षक अब तक कटौती का इंतजार कर रहे हैं।
इसी प्रकार एडेड स्कूलों से संबद्ध 44 प्राइमरी और 25 एडेड संस्कृत विद्यालयों के 50 से अधिक शिक्षकों व कर्मचारियों की कटौती नहीं हो रही है। सरकार ने 28 मार्च 2005 को ही परमानेंट रिटायरमेंट एकाउंट नंबर (प्रान) खाता आवंटन करने के साथ कटौती शुरू करने के आदेश दिए थे। लेकिन अफसरों की लापरवाही के कारण शिक्षक-कर्मचारी बुढ़ापे की लाठी से वंचित हैं।
वैसे तो संबद्ध प्राइमरी और संस्कृत विद्यालय के एक भी शिक्षक की कटौती नहीं हो रही थी। लेकिन शासन की सख्ती के बाद जून 2023 से तकरीबन आधे शिक्षकों की कटौती शुरू हुई है। शेष आधे शिक्षकों में से कई के अब तक प्रान नंबर भी आवंटित नहीं हुए हैं। इसी प्रकार एडेड माध्यमिक कॉलेजों में भी अभी सैकड़ों शिक्षक ऐसे हैं जिनकी कटौती शुरू नहीं हो सकी है।
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