तबादलों के लिए बन चुके हैं पेयर, प्रमोशन चुना तो तबादले से हो जाएंगे वंचित
दुविधा में शिक्षक, तबादला चुनें या प्रमोशन! म्यूचुअल तबादलों की प्रक्रिया रोक कर दिए प्रमोशन के आदेश
शिक्षक संशय में क्यों ?
कई जिलों में शिक्षक प्रमोशन के लिए 10-15 साल से इंतजार कर रहे हैं। अब यदि प्रमोशन छोड़ते हैं तो फिर उनको भविष्य में कभी प्रोन्नति नहीं मिलेगी। साथ ही चयन वेतनमान से भी वंचित रहना पड़ेगा। यदि प्रमोशन ले लिया तो फिर मनचाहे जिले में तबादला नहीं पा सकेंगे।
लखनऊ : म्यूचुअल तबादला चुनें या फिर प्रमोशन? दोनों के लिए ही वर्षों से इंतजार कर रहे शिक्षक अब दुविधा में फंस गए हैं। वजह ये कि म्यूचुअल तबादलों के लिए आपसी सहमति से पेयर बना लिए गए हैं। पर विभाग ने तबादला आदेश करने की बजाय अब प्रमोशन के आदेश कर दिए हैं। प्रमोशन आठ नवंबर तक पूरे करने के आदेश किए गए हैं। ऐसे में अगर प्रेयर के एक भी शिक्षक का प्रमोशन होता है तो दोनों तबादले से वंचित हो जाएंगे। वहीं, प्रमोशन छोड़ते हैं तो फिर भविष्य में प्रमोशन और चयन वेतनमान आदि लाभों से वंचित हो जाएंगे।
ऐसे चली तबादला और प्रमोशन प्रक्रिया : बेसिक शिक्षा विभाग ने फरवरी में प्रमोशन, अंतरजनपदीय तबादले, म्यूचुअल अंतरजनपदीय और अंतः जनपदीय तबादलों की प्रक्रिया एक साथ शुरू कर दी थी। पहले आवेदन और फिर विकल्प भरने सहित सभी की तारीखें बढ़ती रहीं।
जून तक अंतरजनपदीय तबादले तो पूरे हो गए लेकिन रिलीविंग और जॉइनिंग अगस्त तक हुई। उसके बाद म्यूचुअल, अंत: जनपदीय और अंतरजनपदीय तबादलों की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। पोर्टल पर आपसी सहमति से पेयर बनाने की प्रक्रिया चली। इसके लिए भी तारीख बढ़ती गई और यह प्रक्रिया जून से सितंबर तक चली। तब से अबतक कोई आदेश नहीं आया।
विभाग का तर्क है कि तबादले गर्मियों या सर्दियों की छुट्टियों में ही हो सकते हैं। अब अचानक फिर से आदेश कर दिया गया है कि प्रमोशन किए जाएंगे। प्रमोशन के लिए 30 अक्तूबर तक ज्येष्ठता सूची जारी करने और आठ नवंबर तक प्रमोशन पूरे करने के आदेश किए गए हैं।
तबादलों के संबंध में शासनादेश है कि गर्मियों और सर्दियों की छुट्टियों में ही किए जा सकते हैं। प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। सिर्फ रिलीविंग और जॉइनिंग के आदेश होने हैं। तबादलों में वक्त लग रहा है। इसलिए यह सोचा गया कि तब तक प्रमोशन का काम कर लिया जाए। -प्रताप सिंह बघेल, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद
पदोन्नति से बेसिक शिक्षकों का टूट जाएगा जोड़ा, पदोन्नति से पहले पारस्परिक स्थानांतरण की मांग
• स्थानांतरण के लिए शिक्षकों ने आपस में बनाया है जोड़ा
• अब आठ नवंबर को पदोन्नति की सूचना से परेशानी में आए शिक्षक
परस्पर तबादले के लिए बने पेयर टूटने का संकट
परस्पर तबादले का इंतजार कर रहे शिक्षक इस कवायद से चिंतित हैं। अगर परस्पर तबादले से पहले पदोन्नति हो गई तो उनके जोड़े टूट जाएंगे। उप्र. बेसिक शिक्षक संघ के निर्भय सिंह कहते हैं कि जिले के अंदर परस्पर तबादले से पहले पदोन्नति होने से सैकड़ों शिक्षकों की घर वापसी की उम्मीद टूट जाएगी। जबकि तबादले की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, सिर्फ रिलीविंग और ज्वाइनिंग बाकी है। अभी वरिष्ठता सूची में एक से दूसरे जिले में तबादला पाए शिक्षकों के नाम भी हटाने हैं। बिना सूची अपडेट किए, पदोन्नति विभाग किस आधार पर करेगा?
प्रयागराज । कई वर्ष से पदोन्नति की प्रतीक्षा कर रहे बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने अंत: जनपदीय पारस्परिक एवं जिला से बाहर पारस्परिक स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू होने पर बेसिक शिक्षा परिषद सचिव देने के निर्देश पर जोड़ा (पेयर) बनाया। शिक्षक पारस्परिक स्थानांतरण मिलने गई की उम्मीद ही कर रहे हैं कि अब के परिषद सचिव ने जूनियर बेसिक के शिक्षकों की पदोन्नति के लिए समय सारिणी जारी कर दी है।
इसके तहत आठ नवंबर तक पदोन्नति प्रक्रिया पूरी की जानी है। इससे पारस्परिक स्थानांतरण के लिए बना कई का जोड़ा टूट जाएगा। ऐसे में मांग की गई है कि पहले पारस्परिक स्थानांतरण किया जाए, उसके बाद पदोन्नति दी में जाए।
परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने अंतरजनपदीय स्थानांतरण के बाद अंतः जनपदीय पारस्परिक एवं जिले के बाहर पारस्परिक स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू की। इसके लिए शिक्षक शिक्षिकाओं ने जानकारी जुटाकर आपस में पेयर बनाया। प्रक्रिया आनलाइन की गई थी, लेकिन किसी का स्थानांतरण नहीं किया गया, लेकिन अब आठ नवंबर को पदोन्नति की तिथि तय कर दी गई। इसके लिए शिक्षकों की पात्रता सूची मांगी है।
पदोन्नति मिलने पर पेयर टूटने साथ स्थानांतरण मिलने की उम्मीद भी टूट जाएगी। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि प्राइमरी के हेडमास्टर ने दूसरे हेडमास्टर से पेयर बनाया होगा तो जूनियर हाईस्कूल में पदोन्नति मिलने पर वह टूट जाएगा। ऐसा ही प्राइमरी के सहायक अध्यापक एवं सहायक अध्यापिकाओं के मामले भी है। यदि सहायक अध्यापक या अध्यापिका को जूनियर में पदोन्नति मिल गई तो उनके साथ जोड़ा बनाए सहयोगी शिक्षक को भी झटका लग जाएगा।
इस स्थिति में सरकार यदि शिक्षकों को लाभ देना चाहती है तो पहले पारस्परिक स्थानांतरण की सूची जारी करे, जो कि बनी हुई है। सिर्फ आदेश जारी किया जाना है। उसके बाद पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी की जाए, जिससे शिक्षकों को दोनों का लाभ मिल सके।
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