NIRF रैंकिंग में सुधार के लिए चयनित कॉलेजों में चलेंगे कौशल विकास से जुड़े कोर्स
क्रिस्प संस्था ने प्रदेश के 25 महाविद्यालय किए चयनित, कौशल विकास कोर्स करने वाले छात्रों को स्टाइपेंड भी
लखनऊ। प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों को राष्ट्रीय मूल्यांकन प्रत्यायन परिषद (नैक) व नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के लिए शासन की ओर से तैयार किया जा रहा है। इसी क्रम में क्रिस्प संस्था के माध्यम से दो दर्जन से अधिक कॉलेजों को एनआईआरएफ रैंकिंग में लाने के लिए चयनित किया गया है। इन कॉलेजों में कौशल अंतर्निहित डिग्री कोर्स शुरू किए जाएंगे।
प्रदेश में इस साल कई विश्वविद्यालयों ने नैक में अच्छी रैंकिंग पाई है। वहीं एनआईआरएफ में भी रैंक में सुधार आया है राज्यपाल के निर्देश पर लगातार विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों को नैक व एनआईआरएफ रैंकिंग के लिए प्रेरित व प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश स्तरीय कार्यशालाओं का भी आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में पिछले दिनों शासन ने क्रिस्प संस्था के साथ समझौता किया है।
उच्च शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि चयनित महाविद्यालय अपने यहां बीबीए रिटेल, बीबीए लॉजिस्टिक, बीबीए हेल्थकेयर व बीएससी टूरिज्म एंड हॉस्पिटलिटी में से किसी भी पाठ्यक्रम का चयन कर सकेंगे। यह चयन उपलब्ध संसाधनों, स्थानीय उद्योगों व विशेषज्ञता के आधार पर किया जाएगा। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को उद्योगों के अनुसार तैयार किया जाएगा और उन्हें रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
खास यह कि इन कोर्स में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को हर साल दूसरे सेमेस्टर में इंटर्नशिप कराई जाएगी। यह इंटर्नशिप कोर्स से संबंधित क्षेत्र के उद्योगों में कराया जाएगा ताकि रिटेल के छात्र को रिटेल और लॉजिस्टिक की पढ़ाई करने वाले को लॉजिस्टिक का भौतिक अनुभव भी दिया जा सके। वहीं इंटर्नशिप के दौरान छात्रों को स्टाइपेंड भी दिया जाएगा।
शासन क्रिप्स के सहयोग से कॉलेजों व विश्वविद्यालयों को अच्छी रैंकिंग के लिए तैयार कर रहा है। इस तरह के कोर्स विद्यार्थियों के लिए काफी उपयोगी होंगे। इस साल कुछ कॉलेजों ने यह कोर्स शुरू किए हैं। अगले सत्र से सभी चयनित कॉलेजों में इन कोर्स को शुरू किया जाएगा। - गिरिजेश कुमार त्यागी, विशेष सचिव, उच्च शिक्षा
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