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Tuesday, November 14, 2023

अब पूरे देश में मान्य होगा मध्यमा स्तर का सर्टिफिकेट

अब पूरे देश में मान्य होगा मध्यमा स्तर का सर्टिफिकेट


वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मध्यमा स्तर का सर्टिफिकेट अब पूरे देश में एक समान मान्य होगा। विश्वविद्यालय को काउंसिल आफ बोर्ड आफ एजुकेशन (स्कूल शिक्षा बोर्ड परिषद-सीओबीएसई) से सदस्यता मिल गई है। ऐसे में अब मध्यमा स्तर के विद्यार्थी देश के किसी भी राज्य में दाखिला ले सकते हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, सिक्किम, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर राज्यों में करीब 600 से अधिक विद्यालय व महाविद्यालय संबद्ध है। 


सूबे के बाहर विश्वविद्यालय अब भी प्रथमा (कक्षा - आठ), पूर्व मध्यमा (कक्षा- नौ व दस) व उत्तर मध्यमा ( कक्षा 11 व 12 ) की भी परीक्षाएं कराता है और सर्टिफिकेट जारी करता है, जबकि उत्तर प्रदेश सहित तमाम राज्यों में अब माध्यमिक स्तर पर अलग-अलग बोर्ड गठित हो गया है। इसके चलते विश्वविद्यालय के माध्यमिक स्तर के सर्टिफिकेट को लेकर पासपोर्ट सहित कई विभाग सवाल उठाते थे । एक से दूसरे राज्य में जाने वाले विद्यार्थियों को समस्याएं झेलनी पड़ती थी । इसे चलते विवि को सीओबीएसइ से सदस्यता के लिए आवेदन करना पड़ा। 


बोर्ड के अंडर सचिव आड्रिजा चटर्जी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि संस्कृत विश्वविद्यालय सीओबीएसई की सदस्यता बनने के सभी मानदंडों को पूरा करता है। ऐसे में विवि को सीओबीएसइ की सूची में शामिल कर लिया गया है। हालांकि, इसके लिए केंद्रीय बौद्ध अध्ययन संस्थान ( लेह-लद्दाख) के प्राचार्य डा. एलबी झा का विशेष प्रयास रहा।


काउंसिल आफ बोर्ड आफ एजुकेशन विश्वविद्यालय के माध्यमिक स्तर के सर्टिफिकेट को अपनी सूची में शामिल कर रहा है। इससे देशभर में संबद्ध संस्कृत विद्यालयों में अध्ययनरत मध्यमा स्तर के विद्यार्थियों को मान्यता प्रमाणित कराने के लिए भाग-दौड़ नहीं करनी पड़ेगी।
- प्रो. बिहारी लाल शर्मा, कुलपति .



संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मध्यमा का सर्टिफिकेट अब पूरे देश में मान्य


वाराणसी । संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मध्यमा स्तर का सर्टिफिकेट अब पूरे देश में एक समान मान्य होगा विश्वविद्यालय को काउंसिल आफ बोर्ड आफ एजुकेशन (स्कूल शिक्षा बोर्ड परिषद-सीओबीएसई) से सदस्यता मिल गई है। ऐसे में अब मध्यमा स्तर के विद्यार्थी देश के किसी भी राज्य में दखिला ले सकते हैं।


 वर्तमान में उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा पंजाब, सिक्किम, दिल्ली, पश्चिम बंगल, जम्मू-कश्मीर राज्यों में करीब 600 से अधिक विद्यालय उ व महाविद्यालय संबद्ध है। 


सूबे के बाहर विश्वविद्यालय अब भी प्रथमा (कक्षा-आठ), पूर्व मध्यमा (कक्षा- नौ व दस) व उत्तर मध्यमा (कक्षा 11 व 12 ) की भी परीक्षाएं कराता है और सर्टिफिकेट जारी करता है, जबकि उत्तर प्रदेश सहित तमाम राज्यों में अब माध्यमिक स्तर पर अलग-अलग बोर्ड गठित हो गया है। इसके चलते विश्वविद्यालय के माध्यमिक स्तर के सर्टिफिकेट को लेकर पासपोर्ट सहित कई विभाग व सवाल उठाते थे।


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