नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर सत्यापन नहीं होने के कारण हजारों मेधावियों की छात्रवृत्ति फंसी
● राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति का मामला
● नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर आवेदन नहीं कर पा रहे मेधावी
प्रयागराज : नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर सत्यापन नहीं होने के कारण हजारों मेधावियों की छात्रवृत्ति फंसी हुई है। छात्रवृत्ति के लिए आवेदन से वंचित राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा 2022 में सफल 14090 छात्र-छात्राएं परेशान हैं।
शिक्षा मंत्रालय ने इस साल से बायो आंथेटिकेशन का निर्णय लिया है। जिला स्तर पर डिस्ट्रिक्ट नोडल ऑफिसर (जिला विद्यालय निरीक्षक) और स्कूल स्तर पर इंस्टीट्यूट नोडल ऑफिसर (प्रिंसिपल) का बायो आंथेटिकेशन होना है। इसके लिए डीआईओएस और प्रिंसिपल का आधार नंबर अपलोड करने के साथ ही उनके फिंगरप्रिंट की मैचिंग कराई जानी है। इससे पहले सिर्फ आधार नंबर और ओटीपी से सत्यापन हो जाता था। अब चूंकि आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर में सप्ताहभर का समय भी नहीं बचा है, पोर्टल पर सत्यापन की प्रक्रिया शुरू न होने से परीक्षा में सफल मेधावी छात्र-छात्राएं परेशान हैं।
छात्रवृत्ति परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी उठाने वाले मनोविज्ञानशाला में प्रतिदिन दर्जनों छात्र-छात्राएं फोन पर और व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर पूछताछ कर रहे हैं। लेकिन पोर्टल पर सत्यापन शुरू न होने और शिक्षा मंत्रालय से कोई गाइडलाइन न मिलने के कारण मनोविज्ञानशाला के जिम्मेदार लोग भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं। इस समस्या को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव ने 24 नवंबर को सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखकर पोर्टल पर केवाईसी कराने और छात्रों के ऑनलाइन फॉर्म भरवाने में सहायता कराने के निर्देश दिए हैं।
19 अप्रैल को परिणाम, अब तक परेशान
2022 की राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा का परिणाम 19 अप्रैल को घोषित हुआ था। परीक्षा में सम्मिलित 1,45,702 छात्र-छात्राओं में से 14090 का चयन हुआ था। सालाना 3.5 लाख से कम आय वाले परिवारों के इन बच्चों को कक्षा नौ से 12 तक प्रतिमाह एक हजार या प्रतिवर्ष 12 हजार रुपये छात्रवृत्ति मिलनी है।
No comments:
Write comments